जबलपुर में एक बार फिर धरती हिलने से लोग सहम गए। सुबह 8 बजकर 43 मिनट पर डिंडोरी में 4.3 तीव्रता का मध्यम भूकंप महसूस किया गया। इसका हाइपो सेंटर 10 किलोमीटर गहराई पर रहा। इसके प्रभाव में डिंडौरी, जबलपुर, मंडला, अनूपपुर, बालाघाट और उमरिया जिले भी आए हैं। वहीं एक सूचना के अनुसार छत्तीसगढ़ के कुछ क्षेत्रों में भी इसके झटके लगे हैं।
सुबह भूकंप के हल्के झटके लगने से लोग एकबारगी हैरान रह गए। ऊंची इमारतों में बैठे लोगों को इसका अहसास ज्यादा हुआ और धरती के हिलने की बात एक-दूसरे से पूछते रहे। इसके बाद लोग घरों से बाहर निकल आए। थोड़ी देर बाद सोशल मीडिया पर भी लोगों ने भूकंप के झटके लगने की सूचना का आदान-प्रदान शुरू कर दिया। लोग यह समझने में लगे रहे कि यह सचमुच में भूकंप का झटका था या उन्हें कुछ भ्रांति हुई। उल्लेखनीय है कि जबलपुर भूकंप के संवेदनशील जोन के तहत आता है। यहां पर लगातार भूकंप के झटके लगते रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक आज सुबह रिक्टर स्केल पर 4.3 तीव्रता का भूकंप के झटके महसूस किए गए। इसका केंद्र डिंडौरी में बताया गया है। इसके पहले 21 जून-2022 को 3.4 तीव्रता के झटके लगे थे। जबकि विनाशकारी भूकंप 22 मई 1997 को आया था, जिसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 6.2 दर्ज की गई थी। इसमें काफी जानमाल का भी नुकसान हुआ था।
जबलपुर में एक बार फिर धरती हिलने से लोग सहम गए। सुबह आठ बजकर 43 मिनट पर भूस्थानिक केंद्र 22.73 डिग्री उत्तर अक्षांश, 81.11 डिग्री पूर्व देशांतर डिंडोरी में 4.3 तीव्रता का मध्यम भूकंप महसूस किया गया। इसका हाइपो सेंटर 10 किलोमीटर गहराई पर रहा। इसके प्रभाव में डिंडौरी, जबलपुर, मंडला, अनूपपुर, बालाघाट और उमरिया जिले भी आए हैं। वहीं एक सूचना के अनुसार छत्तीसगढ़ के कुछ क्षेत्रों में भी इसके झटके लगे हैं।
सुबह भूकंप के हल्के झटके लगने से लोग एकबारगी हैरान रह गए। ऊंची इमारतों में बैठे लोगों को इसका अहसास ज्यादा हुआ और धरती के हिलने की बात एक-दूसरे से पूछते रहे। इसके बाद लोग घरों से बाहर निकल आए। थोड़ी देर बाद सोशल मीडिया पर भी लोगों ने भूकंप के झटके लगने की सूचना का आदान-प्रदान शुरू कर दिया। लोग यह समझने में लगे रहे कि यह सचमुच में भूकंप का झटका था या उन्हें कुछ भ्रांति हुई। उल्लेखनीय है कि जबलपुर भूकंप के संवेदनशील जोन के तहत आता है। यहां पर लगातार भूकंप के झटके लगते रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक आज सुबह रिक्टर स्केल पर 4.3 तीव्रता का भूकंप के झटके महसूस किए गए। इसका केंद्र डिंडौरी में बताया गया है। इसके पहले 21 जून-2022 को 3.4 तीव्रता के झटके लगे थे। जबकि विनाशकारी भूकंप 22 मई 1997 को आया था, जिसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 6.2 दर्ज की गई थी। इसमें काफी जानमाल का भी नुकसान हुआ था।