भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति समिति की बैठक के नतीजों से पहले 7 फरवरी को लगातार दूसरे दिन बाजार में कमजोरी जारी रही। निवेशक कोई नया दांव लगाने से पहले इवेंट के खत्म होने का इंतजार कर रहे हैं।
कमजोर वैश्विक संकेतों ने भी बाजार का मनोबल गिराया। कारोबारियों द्वारा मुनाफावसूली करने वाले ऑटो और एफएमसीजी क्षेत्रों में सूचकांकों में सबसे अधिक गिरावट रही।
एनएसई निफ्टी 50 इंडेक्स 0.24 प्रतिशत या 43.10 अंक की गिरावट के साथ 17721.50 पर बंद हुआ। 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 0.37 प्रतिशत या 220.86 अंक गिरकर 60286.04 पर बंद हुआ।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘मजबूत नौकरियों के आंकड़े जारी होने के बाद अमेरिकी बाजार में मंदडिय़ों का दबदबा रहा, जिससे घरेलू बाजार की धारणा प्रभावित हुई।’ “वैश्विक बाजार वर्तमान में केंद्रीय बैंक की नीतियों और अधिक दर कार्रवाई की उम्मीद में बांड उपज में वृद्धि से प्रेरित हैं। दिन के दूसरे भाग में एक रिकवरी देखी गई क्योंकि अमेरिकी वायदा उच्च स्तर पर था क्योंकि निवेशक पॉवेल के भाषण का इंतजार कर रहे थे।”