पाकिस्तान में कराची स्टॉक एक्सचेंज ने सोमवार, 12 मई को बाजार में अचानक आई तेज़ उछाल के चलते 60 मिनट के लिए कारोबार रोक दिया। इंडेक्स में 9% की बढ़त दर्ज की गई और सूचकांक का अंतिम कारोबार मूल्य 1,16,650 रहा।
पिछले सप्ताह भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़े तनाव के कारण सूचकांक में 6% की गिरावट देखने को मिली थी। लेकिन सोमवार को आए इस सकारात्मक बदलाव का मुख्य कारण दोनों देशों द्वारा सैन्य तनाव को कम करने की दिशा में उठाया गया कदम रहा।
शनिवार, 10 मई की शाम 5 बजे भारत और पाकिस्तान ने सभी सैन्य कार्रवाइयों को रोकने पर सहमति जताई। इसके अतिरिक्त, अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) ने पाकिस्तान के लिए दो महत्वपूर्ण वित्तपोषण प्रस्तावों को मंजूरी दी है। इन प्रस्तावों के तहत पाकिस्तान को लगभग 2.4 बिलियन डॉलर की राशि आर्थिक सुधारों और जलवायु लचीलापन कार्यक्रमों के तहत दी जाएगी।
इससे पहले, भारत ने हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में “ऑपरेशन सिंदूर” के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित नौ आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाया था। इनमें चार ठिकाने पाकिस्तान में और पांच पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में स्थित थे। इस ऑपरेशन के बाद से ही क्षेत्र में तनाव का स्तर काफी बढ़ गया था, जिसका सीधा असर स्टॉक मार्केट पर भी देखा गया।
अब, भारत और पाकिस्तान के सैन्य संचालन महानिदेशक (DGMO) सोमवार, 12 मई को दोपहर में औपचारिक वार्ता करने वाले हैं। माना जा रहा है कि यह बैठक दोनों देशों के बीच बढ़े तनाव को शांत करने की दिशा में एक अहम कदम साबित हो सकती है।
इस घटनाक्रम से यह स्पष्ट होता है कि क्षेत्रीय शांति और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग बाजार की स्थिरता पर कितना गहरा प्रभाव डाल सकते हैं।