Sunday, April 27, 2025

Wipro का net profit सालाना आधार पर 26% बढ़कर 3,570 करोड़ रुपये पहुंचा

IT सेवा क्षेत्र की दिग्गज कंपनी Wipro ने मार्च 2025 को समाप्त चौथी तिमाही में 3,570 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ दर्ज किया है, जो पिछले वर्ष की समान अवधि में दर्ज किए गए 2,835 करोड़ रुपये के मुकाबले 26% अधिक है। यह आंकड़ा विश्लेषकों के अनुमान (3,290 करोड़ रुपये) से अधिक रहा है।

इस तिमाही में कंपनी का परिचालन से राजस्व भी हल्की बढ़त के साथ 22,504 करोड़ रुपये पर पहुंच गया, जो एक साल पहले इसी अवधि में 22,208 करोड़ रुपये था, यानी 1% की वृद्धि

हालांकि, IT सेवाओं से होने वाला राजस्व 2,596.5 मिलियन डॉलर रहा, जिसमें तिमाही-दर-तिमाही (QoQ) 1.2% और साल-दर-साल (YoY) 2.3% की गिरावट दर्ज की गई। यदि स्थिर मुद्रा के संदर्भ में देखें, तो IT सेवा राजस्व में तिमाही आधार पर 0.8% और सालाना आधार पर 1.2% की कमी आई।

क्रमिक रूप से देखा जाए तो, राजस्व में 0.8% की मामूली वृद्धि हुई है। कर पश्चात लाभ पिछली दिसंबर तिमाही में दर्ज 3,354 करोड़ रुपये की तुलना में 6% बढ़ा है।

विप्रो के CEO और MD श्रीनि पल्लिया ने कहा, “हमने वित्त वर्ष 25 का समापन दो बड़ी डील्स की जीत, डील बुकिंग में बढ़ोतरी और प्रमुख खातों में सुधार के साथ किया है। क्लाइंट संतुष्टि स्कोर में भी सुधार हुआ है, जो मजबूत निष्पादन और गहरे जुड़ाव का प्रमाण है।”

चौथी तिमाही के दौरान कुल बुकिंग $3,955 मिलियन रही, जो स्थिर मुद्रा के हिसाब से 13.4% QoQ वृद्धि है। इसी तिमाही में बड़ी डील बुकिंग $1,763 मिलियन रही, जो साल-दर-साल 48.5% की वृद्धि को दर्शाती है।

इस तिमाही में IT सेवाओं का परिचालन मार्जिन सालाना आधार पर 1.1% बढ़कर 17.5% हो गया, हालांकि यह तिमाही स्तर पर स्थिर रहा। कंपनी ने बताया कि निष्पादन पर फोकस ने कठिन राजस्व माहौल के बावजूद स्थिर मार्जिन बनाए रखने में मदद की है। साथ ही यह भी कहा गया कि आने वाली तिमाहियों में मार्जिन को एक सीमित दायरे में बनाए रखने का प्रयास किया जाएगा।

पूरे वित्त वर्ष 25 के लिए, कंपनी का शुद्ध लाभ 19% की क्रमिक वृद्धि के साथ 13,140 करोड़ रुपये पर पहुंचा। वहीं, कंपनी ने साल भर में लगभग $2 बिलियन का शुद्ध परिचालन नकद प्रवाह उत्पन्न किया।

चौथी तिमाही में 3,750 करोड़ रुपये ($438.5 मिलियन) का परिचालन नकद प्रवाह हुआ, जो पिछले साल की तुलना में 28.2% कम है। हालांकि, यह तिमाही के शुद्ध लाभ का 104.4% रहा।

इस अवधि में कंपनी की स्वैच्छिक परित्याग दर (voluntary attrition) पिछले 12 महीनों के आधार पर 15% रही।

पूरे वित्त वर्ष 25 के लिए कंपनी का सकल राजस्व 89,090 करोड़ रुपये ($10.4 बिलियन) रहा, जो पिछले वर्ष की तुलना में 0.7% की गिरावट को दर्शाता है, जबकि शुद्ध आय में 19% की वृद्धि दर्ज की गई।

CEO श्रीनि पल्लिया ने कहा कि व्यापक आर्थिक अनिश्चितताओं के बीच ग्राहक सतर्क रुख अपना रहे हैं, लेकिन Wipro लगातार और लाभकारी विकास के लिए प्रतिबद्ध है और ग्राहकों के साथ गहरे संबंध बनाए रखने पर ध्यान केंद्रित कर रही है।

बाजार में इस खबर का सकारात्मक असर देखा गया, और NSE पर Wipro के शेयर 1.5% बढ़कर 247.6 रुपये पर बंद हुए।

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