इंग्लैंड के कप्तान जोस बटलर ने भरोसा जताया है कि भारत के खिलाफ होने वाली आगामी टी20 सीरीज चैंपियंस ट्रॉफी की तैयारियों में कोई बाधा नहीं डालेगी। साथ ही उन्होंने नए मुख्य कोच ब्रेंडन मैकुलम के साथ मजबूत और सफल साझेदारी की उम्मीद भी जाहिर की।
वनडे फॉर्मेट की प्रतिष्ठित चैंपियंस ट्रॉफी 19 फरवरी से शुरू होने वाली है। इस टूर्नामेंट से पहले इंग्लैंड को भारत के खिलाफ सिर्फ तीन वनडे मैच खेलने हैं।
कोलकाता के ईडन गार्डन्स में पहले टी20 मैच से एक दिन पहले जोस बटलर ने कहा, “यह भारत की परिस्थितियों में एक शीर्ष टीम के खिलाफ शानदार सीरीज होगी। इसमें बहुत कुछ खास देखने को मिलेगा। फिलहाल, मैं शेड्यूल को लेकर चिंतित नहीं हूं। मैं बस कुछ मैच खेलने के लिए उत्साहित हूं।”
सीरीज की अपील पर बात करते हुए बटलर ने कहा, “मुझे लगता है कि यह एक बेहद रोमांचक टी20 सीरीज होगी। इसके बाद वनडे मैच भी होने हैं, इसलिए मैं इस पूरे दौरे को लेकर बेहद उत्सुक हूं।”
इंग्लैंड के नए मुख्य कोच ब्रेंडन मैकुलम, जिन्होंने हाल ही में सीमित ओवरों के प्रारूप में मैथ्यू मॉट की जगह ली है, को लेकर बटलर ने कहा, “यह पूरी तरह से नया सेटअप नहीं है, क्योंकि बाज (मैकुलम) पहले से टीम का हिस्सा रहे हैं। हमारी टीम के कई खिलाड़ी पहले भी टेस्ट टीम में उनके साथ काम कर चुके हैं। मैं व्हाइट-बॉल प्रारूप में उनके साथ इस साझेदारी को और मजबूत करने को लेकर उत्साहित हूं।”
इंग्लैंड ने भारत दौरे पर अपनी पूरी ताकतवर टीम उतारी है, जिसमें प्रमुख तेज गेंदबाज जोफ्रा आर्चर और मार्क वुड भी शामिल हैं। इस पर बटलर ने कहा, “अक्सर ऐसा होता है कि खिलाड़ियों को ज्यादा क्रिकेट के कारण आराम देना पड़ता है, लेकिन इस सीरीज में ऐसा नहीं है। हमारे पास एक पूरी और मजबूत टीम है, जो शानदार है।”
बटलर ने टीम के गेंदबाजों की विविधता और गहराई की भी तारीफ की। उन्होंने कहा, “हमारे पास गेंदबाजों की एक मजबूत लाइनअप है, जो बल्लेबाजी में भी सक्षम हैं। उदाहरण के लिए गस एटकिंसन, जिन्होंने टेस्ट शतक बनाया है, ब्रायडन कार्सन एक शानदार हिटर हैं, और आदिल राशिद, जो 11वें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए भी कई प्रथम श्रेणी शतक बना चुके हैं।”
बटलर का मानना है कि यह गहराई टीम के शीर्ष क्रम के खिलाड़ियों को आक्रामक खेलने का आत्मविश्वास देती है। उन्होंने कहा, “इससे शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों को स्वतंत्रता मिलती है। निचले क्रम में भी हमारे पास कई आक्रामक खिलाड़ी हैं, जिससे हम बिना किसी चिंता के अपना स्वाभाविक खेल खेल सकते हैं। जरूरत पड़ने पर निचले क्रम के खिलाड़ी भी जिम्मेदारी संभाल सकते हैं।”
इंग्लैंड की टीम और सीरीज को लेकर बटलर का यह आत्मविश्वास उनके इरादों को साफ दिखाता है। यह सीरीज न केवल रोमांचक होगी बल्कि चैंपियंस ट्रॉफी से पहले इंग्लैंड के लिए खुद को परखने का एक बड़ा मौका भी होगी।