रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) ने IPL 2025 में जबरदस्त वापसी करते हुए अब तक अपने नौ में से छह मुकाबले जीत लिए हैं। लेकिन गुरुवार की रात राजस्थान रॉयल्स (RR) के खिलाफ मिली जीत खास थी, क्योंकि यह सीजन की उनकी पहली घरेलू जीत थी। यह जीत और भी अहम बन जाती है क्योंकि RCB के पांच में से तीन शेष मुकाबले अब बेंगलुरु में ही होने वाले हैं। ये संकेत टीम के लिए अच्छे हैं।
दूसरी ओर, राजस्थान रॉयल्स की हालत लगातार गिरती जा रही है। यह याद कर पाना मुश्किल होता जा रहा है कि उन्होंने आखिरी बार जीत का स्वाद कब चखा था। कई मुकाबलों में उन्होंने लक्ष्य का पीछा करते हुए हार झेली है। हालांकि टी20 क्रिकेट में कुछ भी संभव है, लेकिन इस समय RR की प्लेऑफ में पहुंचने की संभावना बहुत कम दिख रही है।
हार के बाद RR के तेज गेंदबाज़ संदीप शर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “हम अहम मौकों का फायदा नहीं उठा पा रहे हैं, चाहे हम लक्ष्य का पीछा कर रहे हों या उसे बचाने की कोशिश कर रहे हों। टी20 में हर टीम को ऐसे मौके मिलते हैं जिन्हें भुनाना पड़ता है। इस साल हमने कई मौके गंवाए हैं – जरूरी कैच छोड़े हैं, गलत समय पर विकेट खोए हैं। यही हमारे लिए चिंता की बात रही है।”
उन्होंने यह भी जोड़ा कि, “टी20 में जब आप दबाव में होते हैं, तब आपकी असली परीक्षा होती है – और हम वहीं टूट रहे हैं।”
आरआर की यह कमजोरी एक बार फिर 18वें ओवर में दिखी, जब उन्होंने भुवनेश्वर कुमार की गेंदों पर 22 रन बटोरे और उन्हें अंतिम दो ओवरों में सिर्फ 18 रन चाहिए थे, वो भी 5 विकेट हाथ में होते हुए। लेकिन उन्होंने सिर्फ 6 रन बनाए और 4 विकेट गंवा दिए।
पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान एरोन फिंच ने ESPNcricinfo के टाइम आउट शो में कहा, “उन्होंने खुद को एक बेहतरीन स्थिति में ला खड़ा किया था। उनके पास विकेट थे, रन रेट काबू में था, लेकिन फिर वो टूट गए। वे स्मार्ट क्रिकेट खेल रहे थे लेकिन फिर सोचने लगे – चलो अब इसे खत्म करते हैं, और गेंद को सीधे स्टैंड में पहुंचा देते हैं।
“बेंगलुरु जैसे मैदान में, अगर आप गेंद को फील्डर से दूर मार दें, तो बाउंड्री आसानी से मिल जाती है। लेकिन उन्होंने जरूरत से ज्यादा कोशिश की और हार गए।”
वहीं दूसरी तरफ, RCB ने अंत में अपने संयम का प्रदर्शन किया। जोश हेज़लवुड और यश दयाल ने अंतिम ओवरों में बेहतरीन गेंदबाज़ी की।
RCB के कोच एंडी फ्लावर ने कहा, “जब हमें लगा कि 12 गेंदों पर 17 [असल में 18] रन बचाना कठिन होगा, तब हमारे गेंदबाज़ों ने धैर्य के साथ खेल को पलट दिया। रजत पाटीदार ने कप्तानी में जो शांति और समझदारी दिखाई, उस पर मुझे गर्व है।”
इस जीत के साथ RCB अंक तालिका में तीसरे स्थान पर पहुंच गई है और प्लेऑफ की दौड़ में एक मजबूत दावेदार बन गई है।
फिंच ने भी कहा, “अब वे प्लेऑफ की होड़ में सबसे आगे हैं, क्योंकि उनके पास गति है और उन्होंने घर में जीत का सूखा भी खत्म कर लिया है। अगर उन्हें टॉस में भी थोड़ी किस्मत मिल जाए, तो उन्हें हराना मुश्किल होगा।”
कोच फ्लावर ने आगे कहा, “हमने अपने घरेलू मैदान पर चारों टॉस गंवाए हैं, और हर बार पहले बल्लेबाज़ी करनी पड़ी। यहाँ लक्ष्य का बचाव करना आसान नहीं होता। पहले तीन मैचों में हमारे गेंदबाज़ों और फील्डिंग यूनिट ने शानदार काम किया, जिससे हम गेम में बने रहे। लेकिन आज जिस तरह हमारे बल्लेबाज़ों ने परिस्थितियों के अनुसार खेला, उस पर मुझे गर्व है।”
“हमारे प्रशंसक घर में एक जीत की उम्मीद कर रहे थे, जो अब पूरी हुई। हमारे पास अभी तीन और घरेलू मुकाबले हैं, और हमें यहां अच्छा प्रदर्शन करना ही होगा।”
इस सीज़न की शुरुआत में अंबाती रायुडू ने कहा था कि RCB इस बार अपना पहला IPL खिताब जीतने वाली है। अब वह अपने बयान पर कायम हैं। उन्होंने कहा, “उन्हें अब टॉप दो में पहुंचने पर ध्यान देना चाहिए और खिताब जीतने पर फोकस करना चाहिए।”
राजस्थान रॉयल्स के लिए, यह वापसी की घड़ी है। उन्हें अपने बचे हुए पांच मुकाबलों में अपनी किस्मत बदलनी होगी।
संदीप शर्मा ने कहा, “हमें मैदान पर जाकर खुद को अभिव्यक्त करना होगा और हर मैच को अलग तौर पर लेकर जीतने की कोशिश करनी होगी। टी20 में जीत की या हार की लकीरें बहुत अहम होती हैं। पिछले तीन मैचों में हमें सिर्फ 9 रन प्रति ओवर चाहिए थे, और आज के टी20 क्रिकेट में यह कोई बड़ा लक्ष्य नहीं है। लेकिन हम बीच में विकेट गंवा रहे हैं और जब रन रेट बढ़ता है, तो हम उसे नीचे नहीं ला पा रहे हैं।”
“पिछले साल हम यही कर पाने में सफल रहे थे। हमारे पास वही खिलाड़ी हैं – रियान पराग, ध्रुव जुरेल, यशस्वी जायसवाल। वे तब अहम पलों में बाजी मार रहे थे। हमारी फील्डिंग भी बेहतर थी। इस सीज़न में वही बात कहीं ना कहीं गायब है।”
