Tuesday, June 10, 2025

LoC के पार पाकिस्तान की ओर से गोलीबारी और गोलाबारी में 10 नागरिकों की मौत

जम्मू-कश्मीर के पुंछ सेक्टर में मंगलवार देर रात पाकिस्तान की ओर से की गई अंधाधुंध गोलीबारी और गोलाबारी में 10 भारतीय नागरिकों की जान चली गई और लगभग 30 लोग घायल हो गए। सेना ने इसे “मनमानी और बिना उकसावे के हमला” बताया और कहा कि इसका उचित और सख्त जवाब दिया गया

मारे गए नागरिकों में एक 12 वर्षीय लड़की और एक 10 वर्षीय लड़का भी शामिल हैं। सेना के अनुसार, मृतकों की पहचान मोहम्मद आदिल, सलीम हुसैन, रूबी कौर, मोहम्मद अकरम, अमरीक सिंह, रंजीत सिंह, मोहम्मद रफी और मोहम्मद इकबाल के रूप में हुई है। दो बच्चों के नाम मोहम्मद जैन और जोया खान बताए गए हैं।

इस हमले की गंभीरता को देखते हुए जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने सीमावर्ती जिलों के अधिकारियों से तत्काल मुलाकात करने का निर्णय लिया है ताकि हालात की समीक्षा की जा सके और पीड़ितों को राहत पहुंचाई जा सके।

यह गोलीबारी भारत द्वारा पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में स्थित जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी प्रशिक्षण शिविरों पर की गई एक संयुक्त सैन्य कार्रवाई के कुछ घंटों बाद हुई।

भारतीय सेना, नौसेना और वायुसेना ने मंगलवार तड़के 1:44 बजे एक संयुक्त ऑपरेशन को अंजाम दिया, जिसे ऑपरेशन ‘सिंदूर’ का नाम दिया गया था। इस कार्रवाई को 1971 के युद्ध के बाद सबसे बड़ी सैन्य प्रतिक्रिया माना जा रहा है। सरकारी सूत्रों ने बताया कि इस ऑपरेशन में करीब 70 आतंकवादी मारे गए और 60 घायल हुए, जिससे इन आतंकी संगठनों की संचालन क्षमता को भारी नुकसान हुआ है।

भारत ने यह भी दावा किया है कि उसके पास पुख्ता सबूत हैं—जो उसने पिछले महीने अमेरिका, रूस, चीन और कई यूरोपीय देशों के राजनयिकों के साथ साझा किए थे—कि पहलगाम हमले की साजिश पाकिस्तान के डीप स्टेट द्वारा रची गई थी। इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा की शाखा ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ ने ली थी, जिसमें 26 नागरिकों की हत्या कर दी गई थी।

सेना के अनुसार, भारत के हमले बहावलपुर, मुरीदके, गुलपुर, सवाई, कोटली, सरजाल, बरनाला और महमूना जैसे इलाकों में किए गए।

  • बहावलपुर: जैश का मुख्यालय और बड़े हमलों की योजना बनाने का केंद्र।
  • मुरीदके: लश्कर का मुख्य अड्डा, जिसने 26/11 मुंबई हमलों के लिए आतंकियों को प्रशिक्षित किया।
  • गुलपुर: राजौरी और पुंछ में 2023-2024 के बीच हमलों का लॉन्चपैड।
  • सवाई: पहलगाम हमले सहित भारत पर कई हमलों से जुड़ा लश्कर शिविर।
  • कोटली: एक प्रमुख प्रशिक्षण केंद्र।
  • सरजाल और बरनाला: नियंत्रण रेखा और अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास स्थित, घुसपैठ के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले ठिकाने।
  • महमूना: हिजबुल मुजाहिदीन का आतंकी शिविर।

भारतीय सेना ने इस जवाबी हमले में लंबी दूरी की SCALP मिसाइल, हवा से लॉन्च की जाने वाली क्रूज मिसाइल, और बंकर-बस्टिंग स्टैंड-ऑफ स्मार्ट बम ‘हैमर’ का इस्तेमाल किया।

इसके अलावा, ‘लोइटरिंग म्यूनिशन’ (घूमने वाले ड्रोन मिसाइल) का भी प्रयोग किया गया। ये मिसाइलें मानव या स्वचालित निर्देशों के आधार पर दुश्मन की गतिविधि का पता लगाकर लक्ष्य पर सीधा हमला करती हैं।

इस पूरे घटनाक्रम ने भारत-पाकिस्तान के बीच फिर से तनाव बढ़ा दिया है। दोनों देशों के बीच नियंत्रण रेखा पर हालात बेहद संवेदनशील बने हुए हैं।

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