केएलसी की चाल को देखते हुए भारतीय बाज़ारों में पाम आयल अपनी दिशा तय करेगा लेकिन ऊँचे लैंडिंग कॉस्ट का सहारा लेते हुए मार्किट में उतार चढ़ाव बढ़ सकता है।
लॉक डाउन खुलने और त्योहारों का सीजन करीब आने से डिमांड बढ़ने की संभावना है जबकि ऊँचे लेवल पर खरीदारों की हिचकिचाहट के कारण डिमांड की स्थिति साफ़ नहीं हो पा रही है।