दक्षिण कोरिया के सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार समारोहों में से एक, बैक्सैंग आर्ट्स अवार्ड्स, फिल्म, टेलीविज़न और थिएटर में उत्कृष्टता को सम्मानित करता है। लेकिन 2024 का संस्करण न केवल अपनी भव्यता, बल्कि एक विवाद को लेकर भी चर्चा में रहा। यह कार्यक्रम 5 मई, 2025 को सियोल के COEX सेंटर में आयोजित किया जाएगा।
इस वर्ष कोरियाई ड्रामा “Queen of Tears“ ने दुनिया भर के दर्शकों का दिल जीत लिया और 20% से अधिक राष्ट्रीय व्यूअरशिप रेटिंग हासिल कर, हाल के वर्षों के सबसे अधिक देखे जाने वाले नाटकों में शामिल हो गया। इस ड्रामा में प्रमुख भूमिका निभाने वाले कलाकार Kim Soo Hyun और Kim Ji Won के भावनात्मक और शानदार प्रदर्शन की चारों ओर सराहना हुई।

जब बैक्सैंग ने अपने नामांकन की घोषणा की, तो प्रशंसकों को उम्मीद थी कि दोनों मुख्य कलाकारों को पुरस्कारों में नामित किया जाएगा। लेकिन जहां Kim Soo Hyun को सर्वश्रेष्ठ अभिनेता की श्रेणी में नामांकन मिला, वहीं Kim Ji Won का नाम सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री की सूची में नहीं था।
यह खबर सोशल मीडिया पर भूचाल की तरह फैल गई। प्रशंसकों और नेटिज़न्स ने पुरस्कार प्रक्रिया की पारदर्शिता और निष्पक्षता पर सवाल उठाते हुए तीखी प्रतिक्रियाएं दीं। कई लोगों ने इसे उद्योग के भीतर मौजूद लैंगिक भेदभाव का उदाहरण बताया।
विवाद एक बार फिर तब गरमाया जब बैक्सैंग के जज और अनुभवी संस्कृति समीक्षक Jeong Deok Hyeon ने इस मुद्दे पर सार्वजनिक रूप से बयान दिया। उन्होंने कहा,
“जब पहले दौर का मूल्यांकन शुरू हुआ, उस समय ‘Queen of Tears’ का प्रसारण अभी शुरू ही हुआ था। इसे शामिल करने को लेकर काफी बहस हुई थी क्योंकि यह मुश्किल से कटऑफ तारीख में फिट हो पाया। यदि एक निश्चित प्रतिशत एपिसोड प्रसारित हो चुके हों, तभी वह शो योग्य माना जाता है। लेकिन हमने पूरी सामग्री देखे बिना किसी निष्कर्ष पर पहुँचना उचित नहीं समझा।”
जियोंग के इस बयान ने और अधिक आलोचना को जन्म दे दिया। कई नेटिज़न्स ने इसे बहाना करार देते हुए सवाल उठाया कि यदि शो की महिला लीड को नजरअंदाज किया गया तो पुरुष लीड को नामांकन कैसे मिल गया?
एक नाराज़ उपयोगकर्ता ने लिखा,
“ईमानदारी से कहूं तो यह तो पूरी तरह किस्मत की बात बता रहे हैं। महिलाओं के साथ ऐसा बर्ताव करना सरासर नाइंसाफी है।”
वहीं एक अन्य ने कहा,
“अगर शो पूरा नहीं हुआ था, तो अभिनेता को भी नामांकित नहीं किया जाना चाहिए था। यह उद्योग सिर्फ़ पुरुषों को आगे बढ़ाता है और अभिनेत्रियों की अनदेखी करता है।”
इस पूरे विवाद ने कोरियन एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में पुरस्कार चयन की पारदर्शिता, निष्पक्षता और लैंगिक पूर्वाग्रह जैसे गंभीर मुद्दों पर चर्चा को जन्म दिया है।
भले ही Kim Ji Won को नामांकन नहीं मिला, लेकिन उनके प्रदर्शन ने दर्शकों पर गहरी छाप छोड़ी है। यह स्पष्ट हो गया है कि कभी-कभी असली पहचान और प्रभाव ट्रॉफियों से नहीं, बल्कि दर्शकों के दिलों में बनाई गई जगह से मिलती है।