दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल द्वारा गिरफ्तार इस्लामिक स्टेट ऑफ खुरासान प्रॉविंस (आइएसकेपी) के आतंकी मुहम्मद मुस्तकीम खान के उत्तर प्रदेश, बलरामपुर से मानव बम बनने (फिदायीन हमला) के लिए डिजाइन किए गए दो जैकेट व एक बेल्ट के मिलने से सेल व सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि इसके दो और साथी हो सकते हैं।
मुस्तकीम के पकड़े जाने पर दोनों फरार हो गए हों। इससे पूछताछ कर जांच एजेंसी उक्त दोनों के बारे में जानकारी प्राप्त करने की कोशिश कर रही है ताकि समय रहते उन्हें भी दबोचा जा सके। मुस्तकीम के मोबाइल कॉल डिटेल की भी यह जानकारी प्राप्त करने की कोशिश की जा रही है।
पत्नी को सरकारी गवाह बनाने पर विचार
बलरामपुर से एक नीले रंग व दूसरी भूरे रंग की डिजाइन की हुई जैकेट मिली है। इनमें एक में तीन व दूसरे में चार बम रखने की जगह बनी है। चमड़े के बेल्ट में तीन किलो विस्फोटक सामग्री मिली है। तीनों का इस्तेमाल कोई एक आतंकी नहीं कर सकता है। इसलिए सेल का मानना है मुस्तकीम के दो और साथी हो सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक मुस्तकीम की पत्नी जांच में सहयोग कर रही है। पति के आतंकी बन जाने की जानकारी उसे व उसके भाई को थी। सेल पत्नी को सरकारी गवाह बनाने पर विचार कर रही है। सरकारी गवाह बनने के लिए तैयार हो जाने पर उसे गिरफ्तार नहीं किया जाएगा। मुस्तकीम के पकड़े जाने के बाद से उसका साला लखनऊ स्थित अपने घर से फरार है। सेल उसे गिरफ्तार कर सकती है।
पाकिस्तान व अफगानिस्तान के 8-10 नंबराें पर बात करता था आतंकी
मुस्तकीम खान के कॉल डिटेल से पता चला है कि वह पाकिस्तान व अफगानिस्तान के 8-10 नंबराें पर बात करता था। उक्त नंबरों के बारे में पता लगाया जा रहा है। वह अपने साले व अन्य से अधिकतर इंटरनेट चैटिंग के जरिए संपर्क करता था। शुक्रवार देर रात धौलाकुआं के पास से गिरफ्तारी के बाद मुस्तकीम को विस्फोटक सामान की बरामदगी के लिए बलराम ले जाया गया था। रविवार देर रात उसे वापस दिल्ली लाया गया। सोमवार सुबह उसका मेडिकल कराया गया। उसके बाद सेल के लोधी कालोनी स्थित दफ्तर में सेल व आइबी समेत तमाम सुरक्षा एजेंसियां सघन पूछताछ कर रही है।
For Ragular Update Visit Our Site.
Click Link Below.