ऑलराउंडर शार्दुल ठाकुर, जो आईपीएल 2025 की मेगा नीलामी में अनसोल्ड रहे थे, अब लखनऊ सुपर जायंट्स (एलएसजी) के साथ अनुबंध करने के लिए तैयार हैं। वह चोटिल तेज गेंदबाज मोहसिन खान की जगह टीम में शामिल होंगे। इस सीजन में एलएसजी की कप्तानी ऋषभ पंत कर रहे हैं।
हालांकि इस फैसले की आधिकारिक घोषणा अभी बाकी है, लेकिन सूत्रों के मुताबिक, ठाकुर को इस बारे में सूचित कर दिया गया है। वह दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ सीजन के पहले मैच के लिए टीम के साथ विशाखापत्तनम की यात्रा करेंगे। यह जानकारी टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट में दी गई है।
मोहसिन खान की चोट और एलएसजी का तेज गेंदबाजी संकट
मोहसिन खान एसीएल (एंटीरियर क्रूशिएट लिगामेंट) की चोट से जूझ रहे हैं, जिसके कारण वह पिछले तीन महीनों से क्रिकेट से बाहर हैं। एलएसजी के प्रशिक्षण सत्र के दौरान उन्हें पिंडली में खिंचाव की समस्या भी हुई, जिससे उनकी वापसी और मुश्किल हो गई। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (सीओई) में कई तेज गेंदबाजों के इलाज के चलते, फ्रेंचाइजी को मजबूरन चोटिल खिलाड़ियों के प्रतिस्थापन की तलाश करनी पड़ी।
एलएसजी की तेज गेंदबाजी इकाई पहले से ही कई चुनौतियों का सामना कर रही है। आकाश दीप, आवेश खान और मयंक यादव जैसे प्रमुख तेज गेंदबाज अभी तक टीम में शामिल नहीं हो पाए हैं। आकाश दीप और मयंक सीओई में अपनी रिकवरी कर रहे हैं, जबकि आवेश घुटने की चोट के बाद अब भी पूरी तरह फिट नहीं हुए हैं। मयंक पिछले साल अक्टूबर से लगातार चोटों से जूझ रहे हैं। उन्होंने हाल ही में हल्की गेंदबाजी फिर से शुरू की है, लेकिन वह अभी मैच के लिए पूरी तरह तैयार नहीं हैं।
एलएसजी को ठाकुर से उम्मीदें
एलएसजी के मेंटर जहीर खान ने मौजूदा हालात को स्वीकार करते हुए कहा कि टीम को अनुकूलनशील होना पड़ेगा। मीडिया से बातचीत में जहीर ने कहा, “चोटों के कारण हमारे कुछ खिलाड़ियों की स्थिति लगातार बदल रही है। कुछ खिलाड़ी राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी में हैं, जबकि अन्य अपने फिजियो के साथ काम कर रहे हैं। इस समय कुछ भी निश्चित रूप से कहना मुश्किल है। हमें पूरे सीजन इस स्थिति का सामना करना पड़ सकता है।”
ऐसे में, अनुभवी शार्दुल ठाकुर एलएसजी के तेज गेंदबाजी आक्रमण का नेतृत्व कर सकते हैं। इस समय टीम में शमर जोसेफ एकमात्र विदेशी तेज गेंदबाज हैं, जबकि राजवर्धन हंगरगेकर और प्रिंस यादव जैसे युवा भारतीय तेज गेंदबाज भी टीम में शामिल हैं। हालांकि एलएसजी का स्पिन विभाग मजबूत नजर आ रहा है, लेकिन तेज गेंदबाजी विकल्पों की कमी टीम के लिए चिंता का विषय बनी हुई है, खासकर नए सीजन की शुरुआत से पहले।
