Tuesday, July 15, 2025

IDFC फर्स्ट बैंक बोर्ड ने 7,500 करोड़ रुपये की इक्विटी पूंजी के तरजीही निर्गम को दी मंजूरी

IDFC फर्स्ट बैंक के निदेशक मंडल ने आज अपनी बैठक में कुल 7,500 करोड़ रुपये की इक्विटी पूंजी जुटाने के लिए तरजीही निर्गम को मंजूरी दे दी है। यह पूंजी वैश्विक निवेशकों को जारी की जाएगी, जिसमें प्रमुख निवेशक वारबर्ग पिंकस LLC और अबू धाबी निवेश प्राधिकरण (ADIA) शामिल हैं।

बैंक द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, वारबर्ग पिंकस LLC की सहयोगी कंपनी करंट सी इन्वेस्टमेंट्स बी.वी. को लगभग 4,876 करोड़ रुपये की अनिवार्य रूप से परिवर्तनीय वरीयता शेयर (CCPS) के रूप में इक्विटी पूंजी जारी की जाएगी। वहीं, अबू धाबी निवेश प्राधिकरण (ADIA) की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी प्लेटिनम इनविक्टस बी 2025 RSC को लगभग 2,624 करोड़ रुपये की CCPS इक्विटी पूंजी के तरजीही निर्गम को मंजूरी दी गई है। इन निवेशों का प्रबंधन एडीआईए के निजी इक्विटी विभाग द्वारा किया जाएगा।

यह प्रस्तावित निर्गम अभी शेयरधारकों और नियामकीय मंजूरी के अधीन है।

प्रबंधन की प्रतिक्रिया

IDFC फर्स्ट बैंक के प्रबंध निदेशक और सीईओ वी वैद्यनाथन ने कहा:

“पहले दिन से ही हमने भारत में एक विश्व स्तरीय बैंक बनाने की दीर्घकालिक दृष्टि के साथ इसकी नींव रखी है। हम एक ऐसी संस्कृति बना रहे हैं जो ग्राहकों के प्रति सहानुभूतिपूर्ण हो और उच्चतम स्तर की सेवा प्रदान करती हो। हम तकनीकी रूप से उन्नत हैं और भविष्य में भी अत्याधुनिक बने रहने की दिशा में कार्य कर रहे हैं।”

उन्होंने आगे कहा:

“बैंक अब मजबूती से लाभ के मार्ग पर अग्रसर है। हम एक ऐसे निर्णायक मोड़ पर हैं जहां हमारी आय वृद्धि निरंतर रूप से परिचालन खर्च (OPEX) की वृद्धि से अधिक रहने की उम्मीद है, जिससे हमारे ऑपरेटिंग लाभ में सुधार होगा। हमें विश्वास है कि हमारे कई व्यवसाय निवेश चरण से बाहर निकलकर मुनाफे में आ जाएंगे।”

निवेशकों का विश्वास

बैंक ने वारबर्ग पिंकस के दोबारा निवेश करने और ADIA की सहायक कंपनी के नए निवेशक के रूप में जुड़ने का स्वागत किया है।

“हम इन दोनों निवेशकों का हमारे ऊपर विश्वास जताने और वैश्विक अस्थिरता के बावजूद हमारे विकास में निवेश करने के लिए धन्यवाद करते हैं। हमारा मानना है कि ग्राहकों द्वारा पसंद की जाने वाली, मजबूत और सम्मानित फ्रैंचाइज़ी का निर्माण, और मजबूत यूनिट इकोनॉमिक्स के ज़रिए ही हम अपने हितधारकों को दीर्घकालिक और स्थायी रिटर्न दे पाएंगे।”

यह सौदा बैंक की पूंजी स्थिति को और मजबूत करेगा और आने वाले समय में इसके विकास को नई गति देगा।

Latest news
Related news