दक्षिण कोरियाई ऑटो कंपनी Hyundai Motor लिमिटेड ने भारतीय बाजार में करीब 3 अरब डॉलर (25,000 करोड़ रुपये) जुटाने के लिए आईपीओ लाने की तैयारी कर ली है। इसके लिए कंपनी ने भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) के पास ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (डीआरएचपी) दाखिल किया है।
डीआरएचपी के अनुसार, कंपनी 10 रुपये के अंकित मूल्य के 142,194,700 (142 मिलियन से अधिक) इक्विटी शेयरों की बिक्री करेगी। इस आईपीओ का उद्देश्य शेयरों को स्टॉक एक्सचेंजों पर सूचीबद्ध करना और कंपनी की ब्रांड छवि को बढ़ाना है। इससे शेयरों की तरलता बढ़ेगी और कंपनी को सार्वजनिक बाजार का लाभ मिलेगा।
अगर इस आईपीओ को सेबी से मंजूरी मिल जाती है, तो यह भारतीय जीवन बीमा निगम (एलआईसी) के बाद देश का सबसे बड़ा आईपीओ होगा। एलआईसी ने 2022 में 2.7 अरब डॉलर का आईपीओ लाया था।
हुंडई मोटर इंडिया ने इस आईपीओ के लिए कोटक महिंद्रा, सिटीबैंक, मॉर्गन स्टेनली, जेपी मॉर्गन और एचएसबीसी जैसे वैश्विक निवेश बैंकों को शामिल किया है।
मई में हुंडई मोटर इंडिया की कुल बिक्री पिछले वर्ष की तुलना में 7 प्रतिशत बढ़कर 63,551 यूनिट हो गई। वित्त वर्ष 2024 में हुंडई मोटर इंडिया, मारुति सुजुकी के बाद देश की दूसरी सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी थी।
कंपनी ने अपना पहला भारतीय विनिर्माण संयंत्र 1998 में और दूसरा 2008 में स्थापित किया था। पिछले वर्ष हुंडई मोटर समूह ने भारत में लगभग 5 ट्रिलियन वॉन (3.75 अरब डॉलर) के नए निवेश की योजना की घोषणा की थी।