भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के मेडक से सांसद रघुनंदन राव ने स्पष्ट किया है कि भाजपा और भारत राष्ट्र समिति (BRS) के बीच किसी भी प्रकार के विलय की कोई बातचीत नहीं चल रही है। उन्होंने बीआरएस को तेलंगाना में “अमान्य मुद्रा” करार देते हुए कहा कि राज्य में पार्टी का कोई प्रभाव शेष नहीं रह गया है।
शुक्रवार, 30 मई को हैदराबाद स्थित भाजपा के राज्य कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत करते हुए रघुनंदन राव ने मौजूदा राजनीतिक हालातों पर तीखी टिप्पणियाँ कीं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा राज्य में स्वतंत्र रूप से अपना आधार मजबूत कर रही है और किसी भी गठबंधन या विलय की आवश्यकता नहीं है।
राव ने निजामाबाद की पूर्व सांसद कलवकुंतला कविता को भी आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि वहां की जनता ने उन्हें पूरी तरह नकार दिया है, और अब वे केवल अपने परिवार की राजनीतिक विरासत बचाने के लिए अनौपचारिक बातचीत और बयानबाज़ी कर रही हैं। राव ने कटाक्ष करते हुए कहा, “जब KCR ने TRS को BRS में बदला, तो लोगों ने उसे VRS (स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति योजना) दे दिया। कविता ने कभी जनता के लिए कुछ किया है क्या? अब वे जो कुछ भी कर रहे हैं, वह केवल परिवार के आंतरिक राजनीतिक एजेंडे का हिस्सा है। वे किसी भी तरह से मीडिया में बने रहना चाहते हैं।”
रघुनंदन राव ने कहा कि कुछ लोग उनकी व्यक्तिगत छवि को नुकसान पहुँचाने की साजिश कर रहे हैं। उन्होंने सरकार से मांग की कि ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए और उन्हें हिरासत में लिया जाए। उन्होंने कहा, “केसीआर को खुद सामने आकर स्पष्ट करना चाहिए कि असली मुद्दा क्या है।”
अंत में राव ने दोहराया कि भाजपा एकजुट है और राज्य में सत्ता में आने के लिए पार्टी सामूहिक रूप से कड़ी मेहनत कर रही है। उन्होंने विश्वास जताया कि भाजपा तेलंगाना में अपनी मजबूत उपस्थिति बनाए रखेगी और जनता का भरोसा जीतेगी।