बेलगावी स्थित एयरोस्पेस और इंजीनियरिंग क्षेत्र की प्रमुख कंपनी Aequs Limited ने भारतीय पूंजी बाजार में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है। कंपनी ने गोपनीय आधार पर आरंभिक सार्वजनिक पेशकश (IPO) के लिए शेयर बाजार नियामक भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) तथा स्टॉक एक्सचेंजों के पास अपना ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) दाखिल कर दिया है। इसकी जानकारी मंगलवार को सामने आई।
कंपनी का नाम बदला, IPO की तैयारी तेज़
नियामक फाइलिंग के अनुसार, एक्वस ने खुद को “Aequs Private Limited” से “Aequs Limted” में परिवर्तित करने का प्रस्ताव पारित किया है, जिससे यह एक पब्लिक लिमिटेड कंपनी बन सके। सूत्रों और मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कंपनी करीब 200 मिलियन डॉलर (लगभग ₹1,660 करोड़ रुपये) मूल्य का आईपीओ लॉन्च करने की योजना बना रही है।
IPO में नया शेयर इश्यू और बिक्री प्रस्ताव दोनों
इस प्रस्तावित IPO में नए इक्विटी शेयरों का इश्यू तथा मौजूदा शेयरधारकों द्वारा ऑफर फॉर सेल (OFS) दोनों शामिल होंगे। हालांकि, कंपनी ने इस पर सार्वजनिक रूप से कोई टिप्पणी नहीं की है।
प्रमुख प्रबंधक और निवेशकों की दिलचस्पी
IPO का प्रबंधन कोटक महिंद्रा कैपिटल, जेएम फाइनेंशियल और IIFL कैपिटल जैसी दिग्गज निवेश बैंकों को सौंपा गया है। पिछले वर्षों में Aequs को अपने प्रमोटरों से मजबूत इक्विटी समर्थन मिला है। इसके साथ ही, कंपनी ने एमिकस कैपिटल, अमांसा कैपिटल, स्टीडव्यू कैपिटल, कैटामारन वेंचर्स (इन्फोसिस के संस्थापक एन.आर. नारायण मूर्ति का पारिवारिक निवेश कार्यालय), स्पार्टा ग्रुप, और देश देशपांडे जैसे कई वैश्विक निवेशकों को आकर्षित किया है।
वित्तीय प्रदर्शन और संचालन
वित्त वर्ष 2024 में Aequs की कुल आय ₹988 करोड़ रुपये रही, जबकि कुल परिचालन आय ₹970 करोड़ रुपये के करीब दर्ज की गई। रिपोर्टों में कहा गया है कि कंपनी को प्रमोटरों के निरंतर समर्थन के कारण वित्तीय लचीलापन प्राप्त है।
वैश्विक विनिर्माण विस्तार
Aequs भारत के अलावा फ्रांस और अमेरिका में भी विनिर्माण संचालन करती है, जिससे वह वैश्विक ग्राहकों को आपूर्ति श्रृंखला की बेहतर दक्षता प्रदान कर पाती है। भारत में कंपनी का प्रमुख आधार कर्नाटक राज्य है, जहां बेलगावी, हुबली और कोप्पल में इसके तीन विनिर्माण क्लस्टर स्थित हैं।
एप्पल और ट्रामोंटिना जैसी वैश्विक कंपनियों के साथ साझेदारी
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, Aequs अब Tata Electronics, Motherson Group और Jabil जैसी कंपनियों के साथ मिलकर एप्पल उत्पादों के लिए मैकेनिकल कंपोनेंट्स बना रही है। इसके अलावा, कंपनी अमेरिका के बाहर स्थित ट्रामोंटिना के लिए एकमात्र विनिर्माण सुविधा संचालित कर रही है, जो वैश्विक स्तर पर उसके लिए उत्पाद तैयार करती है।
Aequs Limted का IPO भारतीय बाजार में एयरोस्पेस और हाई-एंड मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्र में निवेशकों के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर हो सकता है। कंपनी की वैश्विक पहुंच, मजबूत वित्तीय स्थिति और प्रतिष्ठित निवेशकों का समर्थन इसकी विश्वसनीयता को और भी मजबूत करता है।