Tuesday, June 17, 2025

क्या विराट कोहली ने एडेन मार्कराम के क्रिकेटिंग भविष्य की भविष्यवाणी कर दी थी?

विराट कोहली कई प्रतिभाओं से भरपूर व्यक्ति हैं, लेकिन क्या उनमें भविष्य देखने की भी क्षमता है? यह सवाल सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बन गया जब एडेन मार्कराम की शानदार बल्लेबाज़ी के बीच कोहली का सात साल पुराना एक ट्वीट वायरल हो गया। इस ट्वीट में उन्होंने महज़ कुछ शब्दों में मार्कराम की प्रतिभा की तारीफ़ की थी—”एडेन मार्कराम को देखना मजेदार है!”।

अब जब मार्कराम ने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) फाइनल में अपने करियर की सर्वश्रेष्ठ पारियों में से एक खेलते हुए दक्षिण अफ्रीका को लगभग 30 वर्षों बाद पहली ICC ट्रॉफी के कगार पर ला खड़ा किया है, तो फैंस उस ट्वीट को एक ‘भविष्यवाणी’ की तरह देख रहे हैं।

दक्षिण अफ्रीका को ऑस्ट्रेलिया को हराने के लिए 282 रनों का लक्ष्य मिला था। तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक टीम ने सिर्फ दो विकेट खोकर 213 रन बना लिए थे और जीत के लिए महज़ 69 रन की ज़रूरत बची थी। मार्कराम 102 रन बनाकर नाबाद थे, और उनके साथ थे कप्तान बावुमा, जिन्होंने शुरुआत में संघर्ष किया लेकिन टिके रहे।

कोहली का दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाजों से जुड़ाव

विराट कोहली का दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेटरों के प्रति विशेष लगाव रहा है। एबी डिविलियर्स उनके करीबी दोस्तों में से एक हैं, जिनके साथ उन्होंने एक दशक से भी ज्यादा समय तक RCB (रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर) में खेला। इतना ही नहीं, कोहली के पसंदीदा कप्तानों में से एक हैं फाफ डु प्लेसिस।

2019 के वनडे विश्व कप से पहले सभी कप्तानों की बैठक में जब कोहली से पूछा गया कि वह किसी भी अन्य टीम के एक खिलाड़ी को अपनी टीम में लेना चाहेंगे, तो उन्होंने बिना हिचकिचाए डु प्लेसिस का नाम लिया। यही कारण है कि जब RCB ने फाफ को खरीदा और उन्हें कप्तान नियुक्त किया, तो किसी को आश्चर्य नहीं हुआ।

अब इस सूची में एडेन मार्कराम का नाम भी जुड़ चुका है।

2018 में शुरू हुई तारीफ़ की कहानी

एडेन मार्कराम ने 2017 में टेस्ट और वनडे क्रिकेट में पदार्पण किया। एक साल के भीतर ही उन्होंने तीन टेस्ट शतक जमा दिए। लेकिन कोहली का ध्यान खींची 2018 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ़ केपटाउन टेस्ट की दूसरी पारी, जिसमें मार्कराम ने 84 रन बनाए थे।

उसी के बाद कोहली ने ट्विटर (अब एक्स) पर लिखा, “एडेन मार्कराम को देखना मजेदार है!”। उस समय यह एक साधारण क्रिकेट प्रेमी का निष्पक्ष कमेंट लग सकता था, लेकिन अब, सात साल बाद, यही ट्वीट एक दूरदर्शी खिलाड़ी की परख बन गया है।

WTC फाइनल में मार्कराम की पारी

मार्कराम ने अपनी नाबाद 102 रन की पारी में 159 गेंदें खेलीं और 11 चौके लगाए। उन्होंने 23 रन पर एक जीवनदान भी पाया जब पैट कमिंस की गेंद को कीपर और स्लिप ने पकड़ने में चूक की। इसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा। तीसरे दिन के अंत में उन्होंने शानदार फ्लिक से शतक पूरा किया।

इस शानदार प्रदर्शन के चलते दक्षिण अफ्रीका अब अपने पहले WTC खिताब और 1998 के बाद पहली ICC ट्रॉफी के बेहद करीब पहुंच चुका है। आखिरी बार उन्होंने ICC टूर्नामेंट 1998 में जीत थी, जब उन्होंने चैंपियंस ट्रॉफी में बाज़ी मारी थी।

क्या यह भविष्यवाणी थी?

तो, क्या विराट कोहली सच में भविष्य देख सकते हैं? शायद नहीं। लेकिन एक महान खिलाड़ी होने के नाते, उन्होंने एडेन मार्कराम में उस ‘क्लास’ को बहुत पहले ही पहचान लिया था, जिसे अब पूरी दुनिया देख रही है। जैसा कि कहा जाता है—“फॉर्म अस्थायी होता है, लेकिन क्लास स्थायी होती है।” और कोहली ने उस स्थायी क्लास को वर्षों पहले ही पहचान लिया था।

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