पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हत्या को लेकर कनाडा में रहने वाले कुख्यात गैंगस्टर गोल्डी बरार ने चौंकाने वाला बयान दिया है। BBC की एक डॉक्यूमेंट्री में उसने दावा किया कि मूसेवाला को “अपने कर्मों का अंजाम भुगतना पड़ा” और उसकी हत्या को जायज़ ठहराया।
डॉक्यूमेंट्री में गोल्डी बरार ने कहा, “अपने घमंड में उसने (सिद्धू मूसेवाला ने) कुछ ऐसी गलतियाँ कीं जिन्हें माफ नहीं किया जा सकता। हमारे पास उसे मारने के अलावा कोई और रास्ता नहीं बचा था। या तो वह मरता या हम। बस इतना ही।”
BBC वर्ल्ड सर्विस द्वारा बनाई गई यह डॉक्यूमेंट्री ‘द किलिंग कॉल’ नाम से दो भागों में यूट्यूब पर बुधवार को जारी की गई। खास बात यह है कि इस डॉक्यूमेंट्री को सिद्धू मूसेवाला के जन्मदिन के दिन रिलीज़ किया गया, जिससे यह और भी विवादों में आ गई।
डॉक्यूमेंट्री में यह भी बताया गया है कि लॉरेंस बिश्नोई और सिद्धू मूसेवाला के बीच एक पुराना संबंध था। बिश्नोई, जो इस समय जेल में बंद है, मूसेवाला को कॉल करके कहता था कि उसे उसका संगीत पसंद है। लेकिन बाद में रिश्ते बिगड़ते चले गए, जो अंततः हत्या तक जा पहुंचे।
BBC मूल रूप से इस डॉक्यूमेंट्री को बुधवार शाम मुंबई के एक सिनेमा हॉल में दिखाने वाला था, लेकिन बढ़ते विवाद को देखते हुए इसकी स्क्रीनिंग रद्द कर दी गई और इसे सीधे यूट्यूब पर रिलीज़ किया गया।
मूसेवाला के पिता बलकौर सिंह ने डॉक्यूमेंट्री की रिलीज़ और स्क्रीनिंग को रोकने के लिए पंजाब के मानसा ज़िले की अदालत में याचिका दायर की है। अदालत ने इस याचिका पर सुनवाई के लिए गुरुवार की तारीख तय की है।
बलकौर सिंह ने महाराष्ट्र के पुलिस महानिदेशक (DGP) को भी पत्र लिखकर हस्तक्षेप की मांग की। उन्होंने कहा कि यह डॉक्यूमेंट्री बिना परिवार की अनुमति के बनाई गई है और इसमें उनके बेटे की हत्या से जुड़ी कई भ्रामक बातें शामिल हैं। उनका आरोप है कि यह फिल्म सिद्धू मूसेवाला की छवि को धूमिल करने की कोशिश है।
बलकौर ने यह भी कहा कि डॉक्यूमेंट्री में उन लोगों के इंटरव्यू शामिल किए गए हैं जो इस हत्या से जुड़े केस की एफआईआर में नामजद हैं। उनका मानना है कि इससे कोर्ट में चल रही सुनवाई प्रभावित हो सकती है। उन्होंने कहा कि अब तक दो गवाह अदालत में गवाही दे चुके हैं और आने वाले दिनों में वे खुद तीसरे गवाह के रूप में पेश होने वाले हैं।
उधर, बुधवार को ही सिद्धू मूसेवाला के आधिकारिक यूट्यूब चैनल पर उनके तीन नए गाने भी रिलीज़ किए गए, जिससे उनके प्रशंसकों के बीच भावनात्मक माहौल और भी गहरा हो गया।
यह मामला अब केवल एक हत्या तक सीमित नहीं रहा, बल्कि इसके राजनीतिक, सामाजिक और न्यायिक प्रभाव भी गहराते जा रहे हैं।