गोविंदा, जो एक समय पर ‘राजा बाबू’, ‘कुली नंबर 1’, ‘हीरो नंबर 1’ और ‘बड़े मियां छोटे मियां’ जैसी सुपरहिट फिल्मों के जरिए 90 के दशक के सबसे चमकते सितारों में से एक थे, अब लंबे समय से बड़े पर्दे से गायब हैं। उनकी पत्नी सुनीता आहूजा ने हाल ही में द पावरफुल ह्यूमन्स को दिए गए एक साक्षात्कार में उनके करियर में आई गिरावट और फिल्मों से दूरी की वजहों पर खुलकर बात की।
“गोविंदा के इर्द-गिर्द सिर्फ वाह-वाह करने वाले लोग हैं” – सुनीता आहूजा
सुनीता आहूजा ने साफ तौर पर कहा कि गोविंदा की वर्तमान स्थिति के लिए उनके आसपास का माहौल और उनके कुछ नजदीकी लोग जिम्मेदार हैं। उन्होंने बताया,
“गोविंदा पिछले 17 सालों से फिल्मों में क्यों नहीं नजर आ रहे? क्योंकि उनके आसपास का पूरा दायरा गलत है। उनके साथ सिर्फ ऐसे लोग हैं जो हर समय चापलूसी करते हैं। कोई सच्चाई नहीं बोलता। एक लेखक, एक सेक्रेटरी, और एक दोस्त की तरह दिखने वाला वकील – ये सब बेकार हैं। सब बस यही बोलते हैं, ‘वाह चीची भैया, आपने क्या काम किया है!’ अरे भाई, सच तो बोलो। जब मैं सच्चाई बोलती हूं, तो उन्हें गुस्सा आता है। इसीलिए हमारा झगड़ा भी हो जाता है, क्योंकि मैं झूठ बोलने या चापलूसी करने में विश्वास नहीं रखती।”
90 के दशक में जीना अब नुकसानदायक – सुनीता की साफ चेतावनी
सुनीता आहूजा ने आगे बताया कि गोविंदा का हमेशा “अतीत में जीना” और “भविष्य की योजना न बनाना” भी उनके करियर को प्रभावित कर रहा है। उन्होंने कहा,
“मैंने गोविंदा से साफ कहा – 90 का दौर खत्म हो गया है। अब 2025 है। आज का जमाना ओटीटी और डिजिटल प्लेटफॉर्म का है। लेकिन वह अपने ‘वाह-वाह प्रोडक्शन’ वाले घेरे में फंसे हुए हैं। मैंने उनसे कहा कि जब तक वे अपने आसपास के लोगों को नहीं बदलेंगे, वे आगे नहीं बढ़ पाएंगे।”
उन्होंने यह भी जोड़ा कि निर्देशक डेविड धवन ने भी गोविंदा को यही सलाह दी थी।
“90 के दशक में लगातार हिट देने वाला इंसान अगर यह सोचने लगे कि ‘मैं सोलो हीरो हूं, मेरी फिल्में चलेंगी’, तो यह भ्रम है। ‘बड़े मियां छोटे मियां’ और ‘आंखें’ जैसी फिल्में भी मल्टी-स्टारर थीं। लेकिन उनके आसपास के लोगों ने उनके दिमाग में यह मिथक बैठा दिया कि ‘सर, आप हीरो नंबर 1 हैं – आपकी फिल्म तो हिट होगी ही।’ लेकिन आज के समय में सोलो हीरो वाली फिल्में नहीं चलतीं। एक दमदार स्क्रिप्ट और अच्छा निर्देशक हो तभी कोई फिल्म चलती है।”
गोविंदा की आखिरी फिल्म और मौजूदा स्थिति
गोविंदा को आखिरी बार 2019 में आई फिल्म रंगीला राजा में देखा गया था, जिसमें उन्होंने दोहरी भूमिका निभाई थी। इस फिल्म को सिकंदर भारती ने निर्देशित किया था और पहलाज निहलानी ने लिखा और प्रोड्यूस किया था। हालांकि फिल्म में मिशिका चौरसिया और अनुपमा अग्निहोत्री जैसे कलाकार भी थे, लेकिन यह बॉक्स ऑफिस पर कोई खास कमाल नहीं दिखा सकी।
उसके बाद से गोविंदा ने बड़े पर्दे से दूरी बना ली है और कोई प्रमुख प्रोजेक्ट सामने नहीं आया है।
सुनीता आहूजा की बातों से यह साफ है कि वह चाहती हैं कि गोविंदा अपने पुराने दायरे से बाहर निकलें, सच्चे और प्रोफेशनल लोगों के साथ काम करें, और वर्तमान फिल्म इंडस्ट्री की बदलती रफ्तार के साथ खुद को ढालें। उनकी चिंता यह भी है कि यदि गोविंदा ने अब भी कदम नहीं उठाया, तो उनका टैलेंट और करियर दोनों ही ठहराव में रह सकते हैं।