Saturday, June 7, 2025

मजबूत अमेरिकी रोजगार आंकड़ों और चीन के साथ व्यापार वार्ता के कारण कच्चे तेल की कीमतों में उछाल

कच्चे तेल की कीमतों में शुक्रवार को तेज़ उछाल दर्ज किया गया, जिसकी वजह मजबूत अमेरिकी रोजगार आंकड़े और अमेरिका-चीन के बीच व्यापार वार्ता का फिर से शुरू होना रहा। यह तेजी तीन हफ्तों में पहली साप्ताहिक बढ़त के रूप में सामने आई।

कीमतों में बढ़ोतरी:
ब्रेंट क्रूड वायदा 1.13 डॉलर या 1.73% चढ़कर 66.47 डॉलर प्रति बैरल पर बंद हुआ। वहीं, अमेरिकी वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट (WTI) क्रूड 1.21 डॉलर या 1.91% की वृद्धि के साथ 64.58 डॉलर प्रति बैरल पर बंद हुआ।

लगातार दो सप्ताह की गिरावट के बाद दोनों प्रमुख बेंचमार्क्स ने इस सप्ताह बढ़त दर्ज की। ब्रेंट में इस सप्ताह 2.75% की तेजी आई जबकि WTI 4.9% ऊपर रहा।

रोज़गार आंकड़ों का प्रभाव:
यू.एस. श्रम विभाग की मासिक रिपोर्ट में बताया गया कि मई में बेरोजगारी दर 4.2% पर स्थिर रही। नियोक्ताओं ने 139,000 नई नौकरियों की पेशकश की, जोकि हालिया अनुमानों से कुछ कम थी। यह संकेत देता है कि श्रम बाजार में धीरे-धीरे नरमी आ रही है, लेकिन कोई बड़ा झटका नहीं लगा है।

प्राइस फ्यूचर्स ग्रुप के वरिष्ठ विश्लेषक फिल फ्लिन ने कहा, “मुझे लगता है कि यह रिपोर्ट ‘गोल्डीलॉक्स’ जैसी थी — न ज़्यादा गर्म, न ज़्यादा ठंडी — बिल्कुल वैसी, जो फेडरल रिजर्व को ब्याज दरों में कटौती के लिए प्रेरित कर सकती है।”

दर कटौती की संभावनाएँ:
यू.एस. केंद्रीय बैंक की संभावित दर कटौती, जो राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प लंबे समय से चाहते रहे हैं, आर्थिक विकास को गति देने और पेट्रोलियम की मांग को बढ़ावा देने में सहायक हो सकती है।

व्यापार वार्ता और वैश्विक स्थिति:
अगेन कैपिटल के पार्टनर जॉन किल्डफ ने कहा, “तेल बाजार ने कई नकारात्मक परिस्थितियों की आशंका के अनुसार कीमतों को समायोजित किया था, लेकिन इनमें से कोई स्थिति नहीं बनी।” उन्होंने कहा, “ओपेक+ ने स्थिति स्थिर रखी है और अमेरिका-चीन के बीच बातचीत फिर से शुरू हो गई है, भले ही अभी तक उसके पूरे ब्योरे सामने नहीं आए हैं।”

चीन की सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ के अनुसार, गुरुवार को वाशिंगटन के अनुरोध पर चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प के बीच व्यापार वार्ता हुई। ट्रम्प ने बातचीत को “बहुत सकारात्मक” बताया और कहा कि अमेरिका “चीन और व्यापार सौदे को लेकर एक मजबूत स्थिति में है।”

ओपेक+ की आपूर्ति रणनीति:
शनिवार को ओपेक और उसके सहयोगी देशों (जिन्हें ओपेक+ कहा जाता है) ने जुलाई में पहले से तय 4,11,000 बैरल प्रतिदिन (BPD) उत्पादन बढ़ाने पर सहमति जताई। हालांकि, सऊदी अरब द्वारा प्रस्तावित अतिरिक्त उत्पादन वृद्धि की सिफारिश को ठुकरा दिया गया, जिसे ओपेक+ की बाजार हिस्सेदारी बढ़ाने की रणनीति के तहत देखा जा रहा था।

एचएसबीसी बैंक ने एक नोट में कहा, “हमारे आकलन के अनुसार, दूसरी और तीसरी तिमाही में बाजार संतुलित रहेगा क्योंकि गर्मियों में तेल की मांग तेज़ी से बढ़ेगी और जुलाई-अगस्त में यह चरम पर होगी, जो ओपेक+ की आपूर्ति वृद्धि के साथ मेल खाती है।”

अमेरिका में रिग गतिविधियाँ:
ऊर्जा सेवा कंपनी बेकर ह्यूजेस ने बताया कि अमेरिका में तेल और गैस रिग की कुल संख्या 6 जून को समाप्त सप्ताह में चार घटकर 559 रह गई, जो नवंबर 2021 के बाद सबसे कम है।

इस सप्ताह अकेले तेल रिग की संख्या नौ घटकर 442 रह गई, जबकि गैस रिग की संख्या पांच बढ़कर 114 हो गई।


मजबूत रोजगार डेटा, व्यापार वार्ता की बहाली और ओपेक+ की संतुलित आपूर्ति रणनीति ने मिलकर वैश्विक तेल बाजार को सकारात्मक दिशा दी है। आने वाले सप्ताहों में मांग और आपूर्ति के इस संतुलन को बनाए रखना बाजार की स्थिरता के लिए अहम होगा।

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