Saturday, June 7, 2025

ट्रंप की स्टील टैरिफ बढ़ाने की योजना से सेंसेक्स 700 अंक गिरा

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा स्टील और एल्युमीनियम पर टैरिफ को दोगुना करने की चेतावनी के बाद सोमवार को भारतीय शेयर बाजार में भारी गिरावट देखी गई। निवेशकों की भावनाओं पर इसका गहरा असर पड़ा, जिससे शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स 700 से अधिक अंकों की गिरावट के साथ 80,688 के स्तर पर आ गया। वहीं, निफ्टी भी 200 अंकों से ज्यादा गिरकर 24,538 पर पहुंच गया।

बाजार की इस गिरावट के पीछे प्रमुख वजह वैश्विक स्तर पर बढ़ता व्यापारिक तनाव और विदेशी फंडों की लगातार निकासी है। एक्सचेंज से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने शुक्रवार को करीब 6,450 करोड़ रुपये के शेयर बेच दिए, जिससे घरेलू बाजार पर दबाव और बढ़ गया।

सेंसेक्स के 30 शेयरों में से एचडीएफसी बैंक, एचसीएल टेक, इंफोसिस, टेक महिंद्रा और टाटा स्टील में सबसे अधिक गिरावट दर्ज की गई। हालांकि, कुछ शेयरों ने लाभ भी दिखाया, जिनमें हिंदुस्तान यूनिलीवर, अदानी पोर्ट्स और महिंद्रा एंड महिंद्रा शामिल हैं।

विश्लेषकों का मानना है कि वैश्विक स्तर पर व्यापारिक अनिश्चितता भले ही बाजार की तेजी को रोक सकती है, लेकिन मजबूत घरेलू आर्थिक संकेत और कंपनियों के अच्छे तिमाही परिणामों से बाजार को निचले स्तरों पर समर्थन मिल सकता है। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के प्रमुख रणनीतिकार वीके विजयकुमार ने कहा, “वैश्विक बाजारों में नकारात्मक संकेत हैं, लेकिन घरेलू स्तर पर मजबूत आर्थिक स्थिति और तगड़े कॉर्पोरेट नतीजे गिरावट को सीमित कर सकते हैं।”

इस गिरावट का असर एशियाई बाजारों में भी देखने को मिला। दक्षिण कोरिया, जापान, शंघाई और हांगकांग के प्रमुख सूचकांक सुस्त कारोबार करते नजर आए। अमेरिकी बाजारों में भी शुक्रवार को मिला-जुला रुख रहा।

डोनाल्ड ट्रंप ने पिछले सप्ताह कहा था कि वह अमेरिका में स्टील और एल्युमीनियम के आयात पर लगाए गए 25% टैरिफ को बढ़ाकर 50% करने की योजना बना रहे हैं। उनका आरोप था कि चीन ने पहले हुए व्यापार समझौतों का उल्लंघन किया है। उन्होंने पेंसिल्वेनिया में एक रैली के दौरान कहा, “हम टैरिफ को 25% से बढ़ाकर 50% करने जा रहे हैं ताकि अमेरिकी स्टील उद्योग की और सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।”

इस बयान के बाद वैश्विक स्तर पर निवेशकों में चिंता बढ़ गई। बाजार विश्लेषक विकास जैन ने कहा कि इस तरह के बयान अंतरराष्ट्रीय व्यापार व्यवस्था में अस्थिरता लाते हैं, जिससे बाजार में बिकवाली बढ़ जाती है। उन्होंने अमेरिका और एशियाई बाजारों में गिरावट के साथ-साथ रूस-यूक्रेन तनाव को भी एक प्रमुख कारण बताया।

कुल मिलाकर, ट्रंप की टैरिफ संबंधी नई धमकियों ने वैश्विक बाजारों में हलचल मचा दी है, जिसका सीधा असर भारतीय शेयर बाजार पर पड़ा है। विशेषज्ञों की नजर अब इस बात पर है कि आने वाले दिनों में घरेलू आर्थिक संकेत और वैश्विक घटनाक्रम बाजार की दिशा तय करेंगे।

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