Tuesday, October 21, 2025

कमल हासन की टिप्पणी पर मचा बवाल

दिग्गज अभिनेता कमल हासन की एक टिप्पणी से कर्नाटक में राजनीतिक और सामाजिक हलचल मच गई है। चेन्नई में अपनी आगामी फिल्म ‘ठग लाइफ’ के ऑडियो लॉन्च के दौरान कमल हासन ने कहा कि “कन्नड़ तमिल से निकली भाषा है”। इस टिप्पणी के बाद कन्नड़ समर्थक समूहों और राजनेताओं की तीखी प्रतिक्रियाएं सामने आईं। कई समूहों ने उनके खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई है, वहीं कुछ फिल्म संघ उनकी फिल्म की रिलीज पर प्रतिबंध लगाने पर विचार कर रहे हैं।

कमल हासन का स्पष्टीकरण

विवाद बढ़ने पर अभिनेता कमल हासन ने बुधवार को सफाई देते हुए कहा कि उनकी टिप्पणी प्रेमभाव से की गई थी। उन्होंने कहा, “मैंने जो कहा वह प्रेम से कहा। प्रेम कभी माफी नहीं मांगता। यह एक उत्तर नहीं, बल्कि एक स्पष्टीकरण है।” उन्होंने आगे कहा कि भाषा के इतिहास को लेकर बहस करना नेताओं का काम नहीं है।

“भाषाओं पर बात करना हमारा विषय नहीं”

हासन ने कहा, “राजनेता, जिनमें मैं भी शामिल हूं, भाषा के इतिहास पर चर्चा करने के लिए योग्य नहीं हैं। इसे इतिहासकारों, पुरातत्वविदों और भाषाविदों पर छोड़ देना चाहिए।” उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि उन्होंने यह टिप्पणी कन्नड़ अभिनेता शिवराजकुमार (शिवन्ना) से बात करते हुए प्रेमपूर्वक कही थी।

राज्यसभा में हासन की टिप्पणी

अपने राज्यसभा नामांकन के दौरान भी हासन ने भाषाई विविधता का उल्लेख करते हुए मलयालम में कहा था, “आपकी आवाज़ सुनी जाएगी, चाहे वह तमिल हो, मलयालम हो, कन्नड़ हो, तेलुगु हो या हिंदी हो। लोगों की आवाज़ महत्वपूर्ण है, न कि भाषा।”

विवाद की शुरुआत

विवाद की चिंगारी तब भड़की जब कमल हासन ने चेन्नई में एक सार्वजनिक मंच पर कहा, “मेरा जीवन और मेरा परिवार तमिल भाषा में है।” उन्होंने कन्नड़ अभिनेता शिवराजकुमार की ओर इशारा करते हुए कहा, “यह (फिल्मी मंच) मेरा परिवार है। इसलिए शिवराजकुमार यहाँ आए हैं। मैंने अपने भाषण की शुरुआत जीवन, संबंध और तमिल से की, क्योंकि आपकी भाषा (कन्नड़) तमिल से उत्पन्न हुई है। इसलिए आप भी इसमें शामिल हैं।”

मुख्यमंत्री सिद्धारमैया की प्रतिक्रिया

कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने इस टिप्पणी पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कमल हासन को कन्नड़ की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत की जानकारी नहीं है। उन्होंने हासन के दावे को सिरे से खारिज करते हुए कहा, “कमल हासन कन्नड़ के इतिहास से अनभिज्ञ हैं। यह भाषा प्राचीन और समृद्ध विरासत वाली है।”

कन्नड़ समर्थक संगठन की चेतावनी

कर्नाटक रक्षण वेदिके (प्रवीण शेट्टी गुट) ने भी इस बयान को लेकर तीखी प्रतिक्रिया दी। संगठन के प्रमुख प्रवीण शेट्टी ने कहा, “कमल हासन अगर कर्नाटक में अपनी फिल्में दिखाना चाहते हैं, तो उन्हें कन्नड़ और कन्नड़ लोगों का अपमान बंद करना होगा। वह बेंगलुरू में फिल्म प्रचार के लिए आए थे, लेकिन टकराव से बचने के लिए जल्दी चले गए। हम उन्हें कड़ी चेतावनी दे रहे हैं।”

भाजपा की प्रतिक्रिया

कर्नाटक भाजपा अध्यक्ष बी. वाई. विजयेंद्र ने भी हासन की आलोचना करते हुए कहा कि उन्होंने तमिल गौरव को बढ़ावा देने के लिए कन्नड़ का अपमान किया है। उन्होंने मांग की कि कमल हासन तुरंत और बिना शर्त माफी मांगें। उन्होंने कहा, “कलाकारों को हर भाषा का सम्मान करना चाहिए। यह घमंड की पराकाष्ठा है कि हासन, जिन्होंने कन्नड़ समेत कई भाषाओं में काम किया है, अब कन्नड़ का अपमान कर रहे हैं।”

भाषाओं के इतिहास पर अधिकार नहीं

विजयेंद्र ने आगे कहा, “कन्नड़ एक प्राचीन और गौरवशाली भाषा है, जो न केवल भारत में बल्कि विश्व भर में प्रतिष्ठित है। हासन को भाषाई उत्पत्ति पर टिप्पणी करने का अधिकार नहीं है, क्योंकि वह इतिहासकार नहीं हैं।”

यह विवाद दर्शाता है कि भारत में भाषा एक भावनात्मक और सांस्कृतिक पहचान से जुड़ा विषय है, जिस पर किसी भी सार्वजनिक हस्ती की टिप्पणी राजनीतिक और सामाजिक प्रभाव पैदा कर सकती है।

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