भारत के दो शीर्ष उद्योगपति – मुकेश अंबानी और गौतम अडानी – ने देश के पूर्वोत्तर क्षेत्र में बड़े पैमाने पर निवेश का वादा किया है। शुक्रवार को नई दिल्ली में आयोजित राइजिंग नॉर्थ ईस्ट इन्वेस्टर्स समिट 2025 में दोनों दिग्गजों ने इस क्षेत्र के विकास में भागीदारी को और गहरा करने का संकल्प दोहराया।
यह समिट फरवरी में गुवाहाटी में आयोजित एडवांटेज असम 2.0 का ही अगला चरण माना जा रहा है, जहां दोनों उद्योगपतियों ने असम की विकास यात्रा में भागीदार बनने के लिए ₹50,000-₹50,000 करोड़ का निवेश करने की घोषणा की थी। इन दोनों आयोजनों का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया।
मुकेश अंबानी की छह बड़ी घोषणाएं
रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के अध्यक्ष मुकेश अंबानी ने अपने संबोधन की शुरुआत प्रधानमंत्री मोदी को “ऑपरेशन सिंदूर की शानदार सफलता” के लिए बधाई देकर की। इसके बाद उन्होंने पूर्वोत्तर क्षेत्र के आठ राज्यों – अरुणाचल प्रदेश, असम, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, सिक्किम और त्रिपुरा – के मुख्यमंत्रियों के सामने छह प्रमुख प्रतिबद्धताएं रखीं।
- ₹75,000 करोड़ का निवेश: अंबानी ने बताया कि रिलायंस ने बीते 40 वर्षों में इस क्षेत्र में लगभग ₹30,000 करोड़ का निवेश किया है। अब कंपनी अगले पांच वर्षों में इस निवेश को दोगुना से अधिक यानी ₹75,000 करोड़ तक बढ़ाने जा रही है।
- रोजगार के अवसर: यह निवेश 2.5 मिलियन से अधिक प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर पैदा करेगा।
- जियो 5G विस्तार: इस वर्ष रिलायंस जियो अपने 5जी ग्राहकों की संख्या दोगुनी करके 10 मिलियन तक पहुंचाएगी।
- कैंसर की बेहतरीन देखभाल: रिलायंस फाउंडेशन के माध्यम से पूर्वोत्तर में कैंसर के इलाज के लिए उच्च गुणवत्ता की स्वास्थ्य सेवाएं लाई जाएंगी।
- खेल प्रतिभाओं का विकास: फाउंडेशन की मदद से पूर्वोत्तर के सभी राज्यों में ओलंपिक पदक विजेताओं को तैयार करने के लिए विशेष कार्यक्रम शुरू किए जाएंगे।
- जीवन में सकारात्मक बदलाव: अंबानी ने कहा कि उनका उद्देश्य इस क्षेत्र के 45 मिलियन बहनों और भाइयों के जीवन को छूना और उसे बेहतर बनाना है।
गौतम अडानी की निवेश योजना
अडानी ग्रुप के अध्यक्ष गौतम अडानी ने भी अगले दस वर्षों में पूर्वोत्तर क्षेत्र में ₹50,000 करोड़ का अतिरिक्त निवेश करने का ऐलान किया। यह राशि एडवांटेज असम 2.0 में केवल असम के लिए घोषित निवेश से अलग है।
यह निवेश सड़क निर्माण, हरित ऊर्जा, डिजिटल अवसंरचना, लॉजिस्टिक्स और कौशल विकास जैसे क्षेत्रों में किया जाएगा। साथ ही अडानी ग्रुप स्थानीय समुदाय के साथ मिलकर रोजगार और उद्यमिता को भी बढ़ावा देगा।
प्रधानमंत्री मोदी का दृष्टिकोण
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने उद्घाटन भाषण में पूर्वोत्तर को “हमारे विविध राष्ट्र का सबसे विविध क्षेत्र” बताते हुए इसकी संस्कृति, व्यापार, वस्त्र और पर्यटन में छिपी अपार संभावनाओं पर ज़ोर दिया।
मोदी ने कहा, “हमारे लिए, पूर्व केवल एक दिशा नहीं है, बल्कि एक दृष्टि है – सशक्त बनाना, कार्य करना, मजबूत बनाना और बदलना।” यही दृष्टिकोण इस क्षेत्र के लिए नीतिगत रूपरेखा को परिभाषित करता है।
प्रमुख हस्तियां
इस दो दिवसीय समिट के उद्घाटन कार्यक्रम में केंद्रीय पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, मणिपुर के राज्यपाल अजय कुमार भल्ला, और पूर्वोत्तर के सभी राज्यों – असम, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, सिक्किम और त्रिपुरा – के मुख्यमंत्री मौजूद रहे।