Saturday, July 12, 2025

छत्तीसगढ़ में 3.33 करोड़ रुपये के इनाम वाले 27 माओवादी मुठभेड़ में ढेर

छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में सुरक्षाबलों के साथ हुई एक भीषण मुठभेड़ में 27 कुख्यात माओवादी मारे गए, जिन पर कुल मिलाकर 3.33 करोड़ रुपये का इनाम घोषित था। इन मारे गए माओवादियों में 12 महिलाएं भी शामिल थीं। अधिकारियों ने इसे राज्य में माओवादियों के खिलाफ सबसे बड़ी कार्रवाई में से एक बताया है।

यह मुठभेड़ बुधवार को बीजापुर-नारायणपुर अंतर-जिला सीमा पर स्थित घने जंगलों वाले अभुजमाड़ क्षेत्र में हुई। इस दौरान सुरक्षाबलों ने प्रतिबंधित संगठन भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) के महासचिव नंबाला केशव राव उर्फ बसवराजू समेत 26 अन्य माओवादियों को ढेर कर दिया।

सुरक्षा बलों की वीरता

इस ऑपरेशन के दौरान छत्तीसगढ़ पुलिस की जिला रिजर्व गार्ड (DRG) के दो जवान भी वीरगति को प्राप्त हो गए। बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक (IG) सुंदरराज पी ने PTI को जानकारी देते हुए बताया कि मुठभेड़ में मारे गए एक प्रमुख माओवादी की पहचान 70 वर्षीय बसवराजू के रूप में हुई है, जिस पर एक करोड़ रुपये का इनाम था। बाकी माओवादियों की पहचान गुरुवार को की गई।

बड़े इनामी माओवादी भी मारे गए

आईजी ने बताया कि यह अभियान 18 मई को शुरू किया गया था, जिसमें नारायणपुर, दंतेवाड़ा, बीजापुर और कोंडागांव जिलों की डीआरजी की टीमें शामिल थीं। खुफिया इनपुट के आधार पर यह अभियान चलाया गया था, जिसमें जानकारी मिली थी कि माओवादी केंद्रीय समिति, पोलित ब्यूरो और माड डिवीजन के वरिष्ठ कैडर सहित पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी (PLGA) के सदस्य बड़ी संख्या में मौजूद हैं।

मारे गए माओवादियों में दंडकारण्य स्पेशल जोनल कमेटी का सदस्य जंगू नवीन शामिल है, जिस पर 25 लाख रुपये का इनाम था। इसके अलावा चार कंपनी पार्टी कमेटी सदस्य—संगीता (35), भूमिका (35), सोमली (30) और रोशन उर्फ टीपू (35)—शामिल थे, जिन पर 10-10 लाख रुपये का इनाम था। वहीं, अन्य 21 माओवादियों में तीन प्लाटून पार्टी कमेटी सदस्य और पीएलजीए कंपनी नंबर 7 के 18 सदस्य शामिल हैं, जिन पर 8-8 लाख रुपये का इनाम घोषित था।

बड़ी संख्या में हथियार और विस्फोटक बरामद

मुठभेड़ स्थल से सुरक्षाबलों ने भारी मात्रा में हथियार और विस्फोटक बरामद किए, जिनमें तीन एके-47 राइफल, चार सेल्फ-लोडिंग राइफल (SLR), छह इंसास राइफल, एक कार्बाइन, छह .303 राइफल, एक बैरल ग्रेनेड लांचर (BGL), दो रॉकेट लांचर, दो 12 बोर बंदूकें, एक देसी पिस्तौल, दो थूथन लोडिंग बंदूकें शामिल हैं।

बसवराजू—सबसे बड़ा माओवादी नेता

बसवराजू पर अकेले केंद्रीय गृह मंत्रालय ने एक करोड़ रुपये का इनाम घोषित किया था। इसके अलावा, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने 50 लाख रुपये, आंध्र प्रदेश और ओडिशा सरकारों ने 25-25 लाख रुपये का इनाम रखा था। कुल मिलाकर, देशभर में उस पर 10 करोड़ रुपये से अधिक का इनाम था।

बसवराजू, जिसे गगनना, बीआर दादा, प्रकाश, कृष्णा और दारापु नरसिंह रेड्डी जैसे नामों से भी जाना जाता था, आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम जिले के जियान्नापेटा गांव का निवासी था। उसने वारंगल के क्षेत्रीय इंजीनियरिंग कॉलेज से बी.टेक की डिग्री हासिल की थी। 1970 के दशक में वह माओवादी आंदोलन से जुड़ा और 2018 में मुप्पला लक्ष्मण राव उर्फ गणपति की जगह सीपीआई (माओवादी) का महासचिव बना।

माओवादी गतिविधियों में प्रमुख भूमिका

बसवराजू माओवादी संगठन की केंद्रीय समिति का संस्थापक सदस्य, पोलित ब्यूरो का सदस्य और केंद्रीय सैन्य आयोग का प्रमुख था। वह सैन्य प्रशिक्षण और खासकर इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (IED) के उपयोग में विशेषज्ञ था। वह कई बड़ी घटनाओं में शामिल रहा, जैसे—

  • 2004 का कोरापुट (ओडिशा) आर्मरी लूट कांड
  • 2005 का जहानाबाद जेल ब्रेक (बिहार)
  • 2010 का दंतेवाड़ा नरसंहार (सीआरपीएफ के 76 जवान मारे गए)
  • 2013 का झीरम घाटी हमला (27 लोग मारे गए, जिनमें वरिष्ठ कांग्रेस नेता शामिल थे)
  • 2018 में आंध्र प्रदेश में एक विधायक की हत्या

IG सुंदरराज ने कहा कि बसवराजू की मौत से माओवादी आंदोलन को एक बड़ा झटका लगा है। फिलहाल मुठभेड़ और अभियान से संबंधित विस्तृत जानकारी एकत्र की जा रही है।

यह ऑपरेशन छत्तीसगढ़ में माओवादियों के खिलाफ सुरक्षाबलों की सबसे बड़ी सफलताओं में से एक माना जा रहा है।

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