यहूदी संग्रहालय के बाहर हुई गोलीबारी की एक दिल दहला देने वाली घटना में, 31 वर्षीय एलियास रोड्रिगेज को दो इजरायली दूतावास कर्मचारियों की हत्या करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। संघीय एजेंटों के अनुसार, हत्या के तुरंत बाद रोड्रिगेज ने जोर से चिल्लाया, “मैंने यह फिलिस्तीन के लिए किया, मैंने यह गाज़ा के लिए किया।” यह घटना बुधवार को घटी और इसे अमेरिका के अधिकारियों ने एक आतंकवादी कृत्य के रूप में वर्गीकृत किया है।
प्रत्यक्षदर्शियों और संघीय दस्तावेजों से मिली जानकारी के अनुसार, गोलीबारी के समय रोड्रिगेज ने “फिलिस्तीन को मुक्त करो” का नारा भी लगाया। पीड़ितों में एक अमेरिकी महिला और एक इजरायली पुरुष शामिल थे, जो सगाई करने वाले थे।
अदालत में चुप रहा आरोपी
रोड्रिगेज को जब अदालत में पेश किया गया तो उसने अपने ऊपर लगे आरोपों का कोई जवाब नहीं दिया। जांचकर्ताओं का मानना है कि उसने यह हमला सुनियोजित तरीके से किया था, और इसके पीछे यहूदियों के प्रति घृणा की भावना थी। इस आधार पर अभियोजन पक्ष उस पर घृणा अपराध और आतंकवादी हमले जैसे अतिरिक्त आरोप लगाने की तैयारी में है।
एफबीआई का खुलासा – यह हमला पहले से था योजना का हिस्सा
अमेरिकी संघीय जांच एजेंसी एफबीआई द्वारा दायर किए गए हलफनामे में बताया गया है कि रोड्रिगेज मंगलवार को शिकागो से वाशिंगटन आया था और अपने हैंड बैग में बंदूक छिपाकर लाया था। वह यहूदी संग्रहालय में आयोजित एक कार्यक्रम के टिकट तीन घंटे पहले ही खरीद चुका था।
हलफनामे के मुताबिक, रोड्रिगेज घटना से पहले संग्रहालय के बाहर टहलता रहा और फिर चार लोगों के एक समूह के पास जाकर अचानक गोली चलाना शुरू कर दिया। निगरानी कैमरों में कैद वीडियो फुटेज के आधार पर एफबीआई का कहना है कि रोड्रिगेज ने जमीन पर गिरे पीड़ितों को ध्यान से देखा, बंदूक फिर से लोड की, लेकिन बाद में वह वहां से भाग गया।
घटना के बाद का क्षण
एफबीआई की रिपोर्ट के अनुसार, हत्या के तुरंत बाद रोड्रिगेज संग्रहालय के अंदर गया और वहां मौजूद लोगों से कहा, “मैंने यह किया है।” उस समय उसके पास कोई हथियार नहीं था। उसने जोर से चिल्लाया, “मैंने यह फिलिस्तीन के लिए किया, मैंने यह गाज़ा के लिए किया, मैं निहत्था हूं।”
एफबीआई प्रमुख की प्रतिक्रिया
एफबीआई निदेशक काश पटेल ने इस भयावह हमले की कड़ी निंदा करते हुए इसे एक साफ-साफ आतंकवादी हमला करार दिया। उन्होंने कहा, “यह targeted यहूदी विरोधी हिंसा हमारे लोकतांत्रिक मूल्यों पर सीधा हमला है। एफबीआई इस हमले की पूरी गंभीरता से जांच कर रही है और दोषियों के खिलाफ संघीय कानून प्रवर्तन की पूरी ताकत लगाई जाएगी।”
यह घटना न केवल अमेरिका में यहूदी समुदाय को गहराई से झकझोरने वाली है, बल्कि वैश्विक स्तर पर चल रहे राजनीतिक तनावों की भयावह छाया का भी एक प्रमाण है। जहां एक ओर फिलिस्तीन और गाज़ा को लेकर अंतरराष्ट्रीय मंचों पर बहस जारी है, वहीं इस तरह की हिंसक घटनाएं वैश्विक शांति के प्रयासों पर प्रश्नचिह्न लगाती हैं।
जांच अभी जारी है, और अमेरिकी प्रशासन इस हमले को पूरी गंभीरता से लेते हुए सभी कोणों से इसकी पड़ताल कर रहा है।