Friday, October 24, 2025

गत चैंपियन भारत ने 2025 पुरुष एशिया कप से नाम वापस लिया

इस साल सितंबर में होने वाले पुरुष एशिया कप को लेकर गंभीर अनिश्चितता उत्पन्न हो गई है, क्योंकि एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि भारत ने इस द्विवार्षिक महाद्वीपीय टूर्नामेंट से अपनी टीम को वापस लेने का निर्णय लिया है। रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने एशियाई क्रिकेट परिषद (ACC) को इस फैसले की जानकारी दी है। एसीसी के मौजूदा अध्यक्ष पाकिस्तान के मंत्री मोहसिन नकवी हैं।

मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, BCCI ने ACC को सूचित किया है कि भारत न केवल जून में श्रीलंका में होने वाले महिला इमर्जिंग टीम एशिया कप से हट रहा है, बल्कि वह पुरुष एशिया कप 2025 में भी भाग नहीं लेगा।

भारत-पाक तनाव के चलते लिया गया फैसला

यह निर्णय भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव की पृष्ठभूमि में लिया गया है। कुछ सप्ताह पहले जम्मू और कश्मीर के पहलगाम क्षेत्र में हुए एक आतंकवादी हमले के जवाब में भारत ने “ऑपरेशन सिंदूर” नामक एक सैन्य कार्रवाई को अंजाम दिया था। इस अभियान में पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में स्थित कई आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया था, जिसमें कुल 26 लोगों की मौत हुई थी।

BCCI सूत्रों ने दी प्रतिक्रिया

द इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट में BCCI के एक वरिष्ठ अधिकारी के हवाले से कहा गया है, “भारतीय टीम किसी ऐसे टूर्नामेंट में भाग नहीं ले सकती जिसका नेतृत्व पाकिस्तान का एक मंत्री कर रहा हो। यह देश की भावना से जुड़ा विषय है। हमने एसीसी को महिला इमर्जिंग टीम एशिया कप से हटने की मौखिक जानकारी दे दी है, और भविष्य में उनके अन्य आयोजनों में भागीदारी को भी स्थगित कर दिया गया है। हम भारत सरकार के संपर्क में हैं और उनके निर्देशों के अनुसार आगे बढ़ रहे हैं।”

टूर्नामेंट पर खतरे के बादल

2025 का एशिया कप इस बार भारत में आयोजित किया जाना था और इसे आगामी T20 विश्व कप को ध्यान में रखते हुए टी20 प्रारूप में खेला जाना था। पिछला एशिया कप 2023 में आयोजित हुआ था, जिसमें भारत ने श्रीलंका को हराकर खिताब जीता था। उस समय टूर्नामेंट पाकिस्तान की मेजबानी में हुआ था, लेकिन भारत ने सुरक्षा कारणों से पाकिस्तान जाकर खेलने से इनकार कर दिया था। इसके चलते टूर्नामेंट को “हाइब्रिड मॉडल” में आयोजित किया गया था, जिसमें भारत के सभी मैच श्रीलंका में कराए गए थे।

प्रायोजकों और भविष्य पर असर

एशिया कप के अधिकांश प्रायोजक भारत से जुड़े हुए हैं, इसलिए BCCI के इस निर्णय का टूर्नामेंट पर बड़ा आर्थिक प्रभाव पड़ सकता है। टूर्नामेंट में भारत के अलावा पाकिस्तान, श्रीलंका, बांग्लादेश और अफगानिस्तान को भाग लेना था। लेकिन भारत की अनुपस्थिति से इस टूर्नामेंट के रद्द होने की आशंका बढ़ गई है।

इस साल की शुरुआत में ICC चैंपियंस ट्रॉफी में भी भारत ने अपने सभी मैच हाइब्रिड मॉडल के तहत दुबई में खेले थे। ऐसे में अब यह देखना दिलचस्प होगा कि एशियाई क्रिकेट परिषद इस स्थिति से कैसे निपटती है और क्या यह प्रतिष्ठित टूर्नामेंट अपने तय कार्यक्रम के अनुसार आयोजित हो पाएगा।

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