मणिपुर के चंदेल जिले में भारत-म्यांमार सीमा के पास एक सैन्य अभियान के दौरान दस संदिग्ध उग्रवादी मारे गए। इस बात की जानकारी भारतीय सेना ने गुरुवार को दी।
सेना की पूर्वी कमान द्वारा जारी आधिकारिक बयान के अनुसार, III कोर के अंतर्गत आने वाली एक असम राइफल्स इकाई ने बुधवार को यह अभियान शुरू किया था। यह अभियान खेंगजॉय तहसील के न्यू समतल गांव के पास संदिग्ध सशस्त्र उग्रवादियों की गतिविधियों से जुड़ी विशिष्ट खुफिया सूचना के आधार पर चलाया गया।
बयान में बताया गया, “अभियान के दौरान, संदिग्ध कैडरों ने सैनिकों पर गोलीबारी शुरू की, जिसके जवाब में सैनिकों ने तत्काल मोर्चा संभाला, पुनः तैनाती की और संयमित तथा संतुलित ढंग से जवाबी कार्रवाई की। इस मुठभेड़ में दस उग्रवादी मारे गए और उनके पास से भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किया गया।”
एक सैन्य अधिकारी ने जानकारी दी कि गुरुवार सुबह तक अभियान अभी भी जारी था। मारे गए उग्रवादियों की पहचान और उनके गुट से संबंधित जानकारी की पुष्टि होते ही विवरण साझा किया जाएगा।
गौरतलब है कि चंदेल जिला एक आदिवासी बहुल और पहाड़ी इलाका है, जहां मुख्य रूप से नागा समुदाय के लोग निवास करते हैं। मणिपुर की म्यांमार के साथ लगभग 398 किलोमीटर लंबी अंतरराष्ट्रीय सीमा लगती है, जो इस तरह के उग्रवादी गतिविधियों के लिए संवेदनशील मानी जाती है।

