भारत द्वारा हाल ही में किए गए ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तानी कलाकारों — फवाद खान, माहिरा खान और हानिया आमिर — को उनके बयानों और चुप्पी को लेकर कड़ी आलोचना झेलनी पड़ी है। अब अभिनेत्री सेलिना जेटली ने भी इस मुद्दे पर अपनी स्पष्ट राय रखते हुए इन कलाकारों पर निशाना साधा है। उन्होंने सवाल उठाया कि ये सितारे अपने देश में आतंकवाद के खिलाफ क्यों चुप रहते हैं।
“भारत को पहले आना चाहिए” — सेलिना जेटली
न्यूज़18 शोशा के साथ बातचीत में सेलिना जेटली ने भारत-पाक तनाव, पाकिस्तानी कलाकारों की चुप्पी और हालिया सरकार की नीतियों पर अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा:
“भारत को पहले आना चाहिए। राष्ट्रीय हित हमेशा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए। पाकिस्तानी कलाकार हमारे समृद्ध और फलते-फूलते मनोरंजन उद्योग से लाभ उठाते हैं, लेकिन अपने देश में सरकार द्वारा प्रायोजित आतंकवाद के बारे में कुछ नहीं कहते। उनके पास मंच है, वे बदलाव की मांग कर सकते हैं, हिंसा की निंदा कर सकते हैं, लेकिन वे चुप रहना चुनते हैं। जब तक पाकिस्तान की ओर से ईमानदारी से आतंकवाद को खत्म करने के प्रयास नहीं होते, तब तक भारत को कड़ा रुख अपनाना चाहिए और स्पष्ट सीमाएं तय करनी चाहिए।”
OTT पर पाकिस्तानी कंटेंट पर बैन
हाल ही में भारत सरकार ने एक अहम निर्णय लेते हुए सभी भारतीय ओटीटी प्लेटफॉर्म्स को पाकिस्तान में निर्मित गानों, फिल्मों, वेब सीरीज और पॉडकास्ट्स की स्ट्रीमिंग तत्काल प्रभाव से रोकने का आदेश दिया। सूचना और प्रसारण मंत्रालय के नोटिस में कहा गया:
“राष्ट्रीय सुरक्षा के हित में, भारत में संचालित सभी ओटीटी और मीडिया स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म्स को सलाह दी जाती है कि वे पाकिस्तान में निर्मित सभी प्रकार की स्ट्रीमिंग सामग्री — चाहे वह सब्सक्रिप्शन आधारित हो या नहीं — को तत्काल प्रभाव से बंद कर दें।”
इस फैसले का समर्थन करते हुए सेलिना ने कहा:
“जब करोड़ों लोगों को प्रभावित करने की ताकत रखने वाले लोग चुप हो जाते हैं, तो वो चुप्पी बहुत भारी पड़ती है। देशभक्ति दिखावा करने का नाम नहीं है, बल्कि उस वक्त अपने देश के लिए खड़े होने का नाम है जब उसे हमारी सबसे ज़्यादा ज़रूरत होती है। इतिहास याद रखेगा कि कौन खड़ा हुआ और कौन पीछे हट गया।”
“देशभक्ति मेरे डीएनए में है” — सेलिना
सेलिना ने बताया कि उनके परिवार की पृष्ठभूमि सेना से जुड़ी है, और उनका दृष्टिकोण इसी वजह से और भी गहरा है।
“एक युद्ध-वयोवृद्ध की बेटी और पोती होने के नाते, और एक स्पेशल फोर्स ऑफिसर की बहन होने के नाते, मैं कह सकती हूं कि देशभक्ति मेरे डीएनए में है। जब हमारे सैनिक सीमा पर लड़ रहे होते हैं और उनके परिवार अपूरणीय क्षति का सामना कर रहे होते हैं, तब हमारा मनोरंजन उद्योग भी कुछ समय के लिए रुककर आत्ममंथन कर सकता है। यह एकजुटता का संकेत होता है — कि हमारे लिए देश और उसके लोग सबसे पहले आते हैं। सच्ची देशभक्ति दुख और संकट के समय सबसे ज़्यादा नज़र आती है।”
भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ता तनाव
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में 26 लोगों की जान चली गई, जिससे भारत-पाकिस्तान संबंधों में एक बार फिर तनाव गहरा गया। इसके जवाब में भारत ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान और पीओके में आतंकी ढांचे को निशाना बनाते हुए सर्जिकल स्ट्राइक की।
इसके बाद माहौल कूटनीतिक रूप से गर्म हो गया है। हालाँकि धीरे-धीरे हालात सामान्य होने लगे हैं, लेकिन माहिरा खान और फवाद खान जैसे कलाकारों को भारत में भारी विरोध और बहिष्कार का सामना करना पड़ रहा है।
सेलिना जेटली का यह बयान ऐसे समय में आया है जब भारत के लोग और सरकार, दोनों ही, राष्ट्रीय सुरक्षा और सम्मान के मुद्दे पर किसी भी तरह की चुप्पी या दोहरे रवैये को बर्दाश्त करने के मूड में नहीं हैं।