छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के बाहरी इलाके में रविवार देर रात एक दर्दनाक सड़क हादसे में कम से कम 13 लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में ज़्यादातर महिलाएं और बच्चे शामिल हैं। मृतकों में नौ महिलाएं और एक छह महीने का मासूम बच्चा भी शामिल है। यह दुर्घटना रायपुर-बलोदा बाज़ार हाईवे पर खरोरा थाना क्षेत्र के अंतर्गत सारागांव गांव के पास हुई।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, यह भीषण हादसा उस समय हुआ जब एक मालवाहक वाहन, जिसमें दर्जनों लोग सवार थे, एक तेज़ रफ्तार ट्रेलर ट्रक से आमने-सामने टकरा गया। टक्कर इतनी ज़बरदस्त थी कि कई लोगों की मौके पर ही मौत हो गई और कुछ शव क्षत-विक्षत अवस्था में सड़क पर बिखर गए। मौके पर चीख-पुकार मच गई, घायल लोग मदद के लिए चिल्ला रहे थे।
घायलों को तत्काल खरोरा के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां से गंभीर रूप से घायल लोगों को रायपुर स्थित डॉ. भीमराव अंबेडकर अस्पताल रेफर कर दिया गया। कई पीड़ितों की हालत नाजुक बताई जा रही है और अधिकारियों ने आशंका जताई है कि मृतकों की संख्या और बढ़ सकती है।
रायपुर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) लाल उमेद सिंह ने बताया कि यह हादसा उस समय हुआ जब चटौद गांव के निवासी एक पारंपरिक “छठी” कार्यक्रम (प्रसव के बाद आयोजित शुद्धिकरण एवं नामकरण समारोह) से बाना बनारसी गांव से लौट रहे थे। ये सभी लोग एक स्वराज माजदा मालवाहक वाहन (CG 04 MQ 1259) में सवार थे, तभी सामने से आ रहे एक तेज़ रफ्तार ट्रेलर (JH-05 DP-7584) ने जोरदार टक्कर मार दी।
मौके पर मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि दृश्य बेहद भयावह था। एक बुजुर्ग महिला का शरीर दो हिस्सों में कट गया था, जो इस दुर्घटना की वीभत्सता को दर्शाता है। वाहन में सवार अधिकांश लोग पुनीत साहू के रिश्तेदार बताए जा रहे हैं, जिनकी बेटी ने हाल ही में बच्चे को जन्म दिया था और सभी लोग उस अवसर पर आयोजित समारोह से लौट रहे थे।
घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय पुलिस और प्रशासन मौके पर पहुंच गया और राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया गया। फोरेंसिक टीमों को भी घटनास्थल पर भेजा गया है ताकि दुर्घटना के कारणों की गहन जांच की जा सके। ट्रेलर चालक से पूछताछ की जा रही है और उस पर तेज़ गति व लापरवाही से वाहन चलाने का संदेह जताया गया है।
रायपुर के ज़िला कलेक्टर गौरव सिंह ने इस दर्दनाक हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया और पीड़ित परिवारों को हर संभव सहायता देने का आश्वासन दिया। वहीं, स्थानीय जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों ने घटनास्थल और अस्पतालों का दौरा कर इसे हृदयविदारक और अस्वीकार्य करार दिया।
यह हादसा रायपुर-बलोदा बाजार मार्ग की खतरनाक स्थिति की ओर भी इशारा करता है। सड़क सुरक्षा ऑडिट और सख्त यातायात नियमों के पालन की ज़ोरदार मांग उठने लगी है। इस दर्दनाक हादसे ने पूरे राज्य को झकझोर कर रख दिया है और शोक संतप्त परिवार अब अपने प्रियजनों के अंतिम संस्कार की तैयारी में जुटे हैं।
छत्तीसगढ़ हाल के वर्षों में अपनी सबसे भयावह सड़क दुर्घटनाओं में से एक से उबरने की कोशिश कर रहा है।