Sunday, October 26, 2025

इन्फ्लुएंसर मीशा अग्रवाल की बहन ने उनकी आत्महत्या पर तोड़ी चुप्पी

हाल ही में, सोशल मीडिया की दुनिया से एक बेहद दुखद खबर सामने आई है। लोकप्रिय इंस्टाग्राम इन्फ्लुएंसर मीशा अग्रवाल ने अपने 25वें जन्मदिन से महज दो दिन पहले आत्महत्या कर ली। यह हृदयविदारक घटना 24 अप्रैल को घटी, जिसने सोशल मीडिया कंटेंट क्रिएटर्स पर पड़ने वाले मानसिक दबाव को लेकर एक अहम चर्चा छेड़ दी है।

मीशा अग्रवाल, जो अपनी चुलबुली और मजाकिया वीडियो के लिए जानी जाती थीं, कथित तौर पर इंस्टाग्राम पर फॉलोअर्स की गिरती संख्या से परेशान थीं। उनकी बहन ने हाल ही में इंस्टाग्राम स्टोरी में इस घटना पर चुप्पी तोड़ते हुए खुलासा किया कि मीशा अपने घटते फॉलोअर्स के कारण खुद को बेकार और असफल महसूस करने लगी थीं।

फॉलोअर्स की दुनिया में उलझी ज़िंदगी

मीशा की बहन के मुताबिक, मीशा का पूरा ध्यान इंस्टाग्राम पर था और उनका एकमात्र सपना था 1 मिलियन फॉलोअर्स तक पहुँचना। जब उन्होंने यह लक्ष्य हासिल कर लिया, तो उन्होंने अपनी पूरी पहचान इसी प्लेटफ़ॉर्म पर केंद्रित कर दी। लेकिन जैसे ही फॉलोअर्स कम होने लगे, वह गहरे अवसाद में चली गईं।

मीशा की बहन ने अपनी इंस्टाग्राम पोस्ट में लिखा:

“मेरी छोटी बहन ने इंस्टाग्राम और अपने फॉलोअर्स के इर्द-गिर्द अपनी दुनिया बना ली थी, जिसका एकमात्र लक्ष्य 1 मिलियन फॉलोअर्स तक पहुँचना और प्यार करने वाले प्रशंसक प्राप्त करना था। जब उसके फॉलोअर्स कम होने लगे, तो वह व्याकुल हो गई और खुद को बेकार महसूस करने लगी। अप्रैल से, वह बहुत उदास थी, अक्सर मुझे गले लगाकर रोती थी, कहती थी, ‘जीजा, अगर मेरे फॉलोअर्स कम हो गए तो मैं क्या करूँगी? मेरा करियर खत्म हो जाएगा।’”

योग्यता के बावजूद आत्म-संदेह का शिकार

मीशा अग्रवाल के पास लॉ की डिग्री थी और वह न्यायिक परीक्षाओं (पीसीएसजे) की तैयारी कर रही थीं। इसके बावजूद वह सोशल मीडिया पर मिल रही मान्यता में इतनी उलझ गईं कि बाकी सब कुछ गौण लगने लगा। उनकी बहन ने उन्हें कई बार समझाने की कोशिश की कि इंस्टाग्राम ही सब कुछ नहीं है, यह बस एक पहलू है उनकी ज़िंदगी का।

“मैंने उसे उसकी प्रतिभा, उसकी LLB की डिग्री और PCSJ की तैयारी की याद दिलाई और कहा कि वह एक दिन जज बनेगी और उसे अपने करियर के बारे में चिंता करने की ज़रूरत नहीं है। मैंने उसे समझाया कि सोशल मीडिया को अपने ऊपर हावी न होने दे, और अपनी असली खुशी पर ध्यान दे। लेकिन अफ़सोस, उसने मेरी बात नहीं मानी।”

एक परिवार की टूटी दुनिया

मीशा की बहन ने लिखा कि वह इस हद तक टूट चुकी थी कि उसने अपनी जान ले ली, जिससे उनका पूरा परिवार बर्बाद हो गया।

यह घटना सोशल मीडिया के उस अंधेरे पक्ष को उजागर करती है, जहाँ लाइक्स, कमेंट्स और फॉलोअर्स की संख्या किसी व्यक्ति की आत्म-मूल्य और पहचान का मापदंड बन जाती है।

मानसिक स्वास्थ्य पर चर्चा की ज़रूरत

मीशा की आत्महत्या ने यह स्पष्ट कर दिया है कि डिजिटल मान्यता की तलाश में कई युवा गंभीर मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे हैं। यह घटना एक चेतावनी है कि समय रहते अगर इस विषय पर बात नहीं की गई और ज़रूरी कदम नहीं उठाए गए, तो कई और जिंदगियाँ इसी तरह असमय खत्म हो सकती हैं।

सोशल मीडिया की दुनिया जितनी चमकदार दिखती है, उसके पीछे उतना ही अंधेरा और दबाव छुपा होता है — यह बात हमें कभी नहीं भूलनी चाहिए।

Latest news
Related news