अभिनेता सुनील शेट्टी ने हाल ही में हुए पहलगाम हमले के बाद एक साहसिक और प्रेरणादायक बयान दिया है। उन्होंने लोगों से निडर और एकजुट रहने की अपील की और कहा कि वे अगली छुट्टियां कश्मीर में ही बिताएंगे। उनका मानना है कि इससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और आतंकवादियों को यह साफ संदेश जाएगा कि “हम उनसे डरते नहीं हैं”।
यह बात उन्होंने लता दीनानाथ मंगेशकर पुरस्कार 2025 समारोह के दौरान मीडिया से बातचीत में कही। उन्होंने जोर देकर कहा, “कश्मीर हमारा था, है और हमेशा हमारा रहेगा।”
‘हमें एकजुट रहना होगा’
सुनील शेट्टी ने कहा,
“हमारे लिए मानवता की सेवा ही ईश्वर की सेवा है। सर्वशक्तिमान सब कुछ देख रहा है और हर किसी को जवाब मिलेगा। लेकिन इस समय, हमें एकजुट रहने की ज़रूरत है। हमें उन लोगों के जाल में नहीं फंसना चाहिए जो डर और नफरत फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। हमें मिलकर यह दिखाना है कि कश्मीर हमेशा हमारा ही रहेगा। सेना, नेता और आम जनता—हर कोई इस प्रयास में साथ है।”
नेटिज़न्स की प्रतिक्रियाएं
सुनील शेट्टी के इस बयान पर सोशल मीडिया पर मिली-जुली प्रतिक्रियाएं आईं।
- एक यूजर ने लिखा, “कोई तो समझदारी से बात कर रहा है।”
- दूसरे ने कहा, “दिल खुश कर दिया, कश्मीर से प्यार सुनील शेट्टी।”
- किसी ने तारीफ की, “क्या बात है ❤️🙌 दिल जीत लिया!”
हालांकि, कुछ लोगों ने सुरक्षा को लेकर सवाल भी उठाए।
- एक यूजर ने लिखा, “तू जा ना बिना सुरक्षा के, दिखा कि डर नहीं है तुझे।”
- एक अन्य ने टिप्पणी की, “तुम लोग पहले से ही हाई सिक्योरिटी में जाते हो, आम लोगों को ये सुविधा नहीं मिलती, हम रिस्क नहीं ले सकते।”
- किसी ने पूछा, “आपको तो सुरक्षा मिल जाएगी, आम जनता के बारे में क्या?”
सुनील शेट्टी का संदेश हिम्मत और एकता का प्रतीक है, लेकिन साथ ही यह भी साफ है कि लोगों की चिंताएं और असुरक्षा की भावना भी गहरी है। जहां एक ओर उनका बयान प्रेरणा देता है, वहीं दूसरी ओर यह सवाल भी खड़े करता है कि क्या आम नागरिकों के लिए भी ऐसे फैसले लेना उतना ही सुरक्षित है?

