जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए घातक आतंकवादी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव और बढ़ गया है। इसी संदर्भ में फेडरेशन ऑफ वेस्टर्न इंडिया सिने एम्प्लॉइज (FWICE) ने भारत में पाकिस्तानी कलाकारों और तकनीशियनों के काम करने पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने की मांग की है।
FWICE के महासचिव अशोक दुबे ने समाचार एजेंसी ANI से बातचीत करते हुए कहा, “चूंकि यह राष्ट्रीय हित का मामला है, इसलिए राष्ट्र सर्वोपरि है। हमारे पर्यटकों पर पहलगाम में हाल ही में हुए हमले सहित लगातार हो रहे हमले बेहद शर्मनाक हैं। इसी को देखते हुए हमने फिर से एक प्रेस विज्ञप्ति जारी की है जिसमें यह स्पष्ट किया गया है कि यदि हमारे किसी सदस्य को पाकिस्तानी कलाकारों या तकनीकी कर्मियों के साथ काम करते हुए पाया गया, तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी और उसके साथ भविष्य में कोई काम नहीं किया जाएगा।”
अशोक दुबे ने बताया कि FWICE से जुड़े सभी संगठनों और यूनियनों को इस बाबत पत्र भेजे जा रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने सूचना एवं प्रसारण मंत्री को भी पत्र लिखा है, जिसमें मांग की गई है कि इस मुद्दे पर एक सख्त अधिसूचना जारी की जाए। उन्होंने कहा, “हमने मंत्री से यह अनुरोध किया है कि अगर कोई भारतीय नागरिक या सदस्य पाकिस्तानी कलाकारों के साथ काम करता है, तो उसके खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज किया जाए। यह एक सख्त कदम होगा जिससे लोग भविष्य में ऐसी गतिविधियों में शामिल होने से पहले हजार बार सोचेंगे।”
इससे पहले गुरुवार को सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के सूत्रों ने संकेत दिया था कि पाकिस्तानी अभिनेता फवाद खान की आगामी फिल्म “अबीर गुलाल” को भारत में रिलीज की अनुमति नहीं दी जाएगी।
FWICE के महासचिव अशोक दुबे ने आगे जानकारी दी कि उन्होंने इस फिल्म के निर्माता विवेक अग्रवाल को पहले ही एक पत्र भेजकर फिल्म को रिलीज न करने की चेतावनी दी है। पत्र में यह भी उल्लेख किया गया है कि यदि फिल्म को रिलीज किया गया, तो FWICE फिल्म से जुड़े किसी भी यूनिट सदस्य — जैसे कि कैमरामैन, निर्देशक या तकनीशियन — के साथ सहयोग नहीं करेगा।
अबीर गुलाल का प्रदर्शन 9 मई, 2025 को निर्धारित था, और यह फिल्म लगभग नौ साल के अंतराल के बाद फवाद खान की बॉलीवुड में वापसी मानी जा रही थी। गौरतलब है कि 2016 के उरी हमले के बाद फवाद खान पर भारत में काम करने पर पहले ही प्रतिबंध लगाया गया था। उनकी आखिरी बॉलीवुड फिल्म ऐ दिल है मुश्किल थी, जो 2016 में रिलीज हुई थी।
FWICE द्वारा उठाया गया यह कदम एक बार फिर भारत में पाकिस्तानी कलाकारों को लेकर जारी बहस को नया मोड़ दे सकता है।

