हॉलीवुड की दिग्गज अदाकारा डेमी मूर ने हाल ही में People’s World’s Most Beautiful 2025 इश्यू के कवर के लिए दिए गए एक इंटरव्यू में अपनी वेलनेस और फिटनेस रूटीन के बारे में खुलकर बात की। 62 वर्षीय मूर ने बताया कि कैसे उन्होंने बीते कुछ वर्षों में अपनी जीवनशैली में बड़े बदलाव किए हैं, लेकिन एक ऐसी चीज़ है जिससे वह आज भी दूरी नहीं बना पाईं।
मीट-फ्री लेकिन पोषण से भरपूर डाइट
डेमी मूर ने कहा कि वह अपने दिन की शुरुआत एक छोटे से मेडिटेशन और जर्नलिंग से करना पसंद करती हैं। “मुझे लगता है कि यह मुझे ग्राउंडेड रखता है। मुझे संपूर्ण पोषक तत्वों से भरपूर भोजन पसंद है। मैं मांस नहीं खाती, लेकिन अंडे जरूर खाती हूं,” उन्होंने बताया।
डेमी का मानना है कि वेलनेस केवल बाहरी फिटनेस नहीं है, बल्कि यह अंदर से शुरू होती है। उन्होंने नींद को भी स्वास्थ्य का एक अहम हिस्सा बताया। “मैं परफेक्ट नहीं हूं,” उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा, “मैं आज भी रेड बुल पीती हूं। मुझे यह बहुत पसंद है। लेकिन मैं इसे बहुत ज़्यादा नहीं लेती — सिर्फ एक।”
अतीत की परेशानियां और आज की समझ
अपने पुराने अनुभवों को साझा करते हुए डेमी ने बताया कि वह कभी अपने शरीर को लेकर बेहद सख्त हुआ करती थीं। “मैंने खुद को प्रताड़ित किया है। मालिबू से पैरामाउंट तक साइकिल चलाने जैसी चीजें की हैं — जो करीब 26 मील की दूरी है। सिर्फ इसलिए क्योंकि मैं अपने बाहरी लुक को बहुत ज़्यादा महत्व देती थी।”
लेकिन आज डेमी का नजरिया बदल चुका है। “अब मेरा अपने शरीर के साथ बहुत ज़्यादा सहज और संतुलित रिश्ता है। मैं अब शरीर की जरूरतों को समझती हूं और उनकी सुनती हूं। जब उसे भूख लगती है, प्यास लगती है — मैं उस पर भरोसा करती हूं।”
उन्होंने आगे कहा, “मैं पहले अपने शरीर के साथ जैसे लड़ाई कर रही थी, अब वैसे नहीं करती। आज मैं अपने शरीर की देखभाल करती हूं ताकि मेरी ज़िंदगी की गुणवत्ता और लंबी उम्र बनी रहे। अब मैं खुद के प्रति ज्यादा दयालु हूं, पहले मैं बहुत कठोर थी।”
नया दृष्टिकोण, नई शुरुआत
डेमी मूर का यह नजरिया न केवल प्रेरणादायक है बल्कि एक गहरी सीख भी देता है कि फिटनेस का मतलब केवल शारीरिक रूप से पतला या मस्कुलर दिखना नहीं है, बल्कि यह शरीर और मन दोनों की संतुलन और देखभाल है।
आज भी रेड बुल उनकी आदत में शामिल है, लेकिन अब वह खुद को सज़ा नहीं देतीं — बल्कि अपने शरीर की ज़रूरतों को समझकर उसके अनुरूप चलती हैं। 62 की उम्र में भी उनका ये ट्रांसफॉर्मेशन एक मिसाल है कि खुद से प्यार करने और संतुलन बनाने की कोई उम्र नहीं होती।

