भारतीय पहलवान सुनील कुमार ने जॉर्डन के अम्मान में आयोजित एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप में 87 किग्रा ग्रीको-रोमन वर्ग में शानदार प्रदर्शन करते हुए कांस्य पदक अपने नाम किया। सेमीफाइनल में हार के बाद उन्होंने कांस्य पदक मुकाबले में चीन के जियाक्सिन हुआंग को मात दी।
सुनील कुमार, जो 2019 में रजत पदक विजेता रह चुके हैं, ने इस टूर्नामेंट की शुरुआत बेहतरीन अंदाज में की थी। उन्होंने क्वार्टर फाइनल में ताजिकिस्तान के सुखरोब अब्दुलखाएव को 10-1 के बड़े अंतर से पराजित किया। इस मुकाबले में उन्होंने अपने सभी अंक मैच के दूसरे पीरियड में अर्जित किए और अपनी तकनीकी दक्षता का प्रदर्शन किया।
हालांकि, सेमीफाइनल मुकाबले में ईरान के यासीन याजदी ने सुनील को 3-1 के अंतर से हराकर फाइनल में प्रवेश किया। इस हार के बाद सुनील को कांस्य पदक के लिए मुकाबला करना पड़ा, जिसमें उन्होंने दमदार प्रदर्शन कर पदक अपने नाम किया।
अन्य भारतीय पहलवानों का प्रदर्शन
77 किग्रा वर्ग में भारत के सागर ठाकरान ने अपना क्वालीफिकेशन मैच जीतकर अच्छी शुरुआत की, लेकिन क्वार्टर फाइनल में उन्हें जॉर्डन के अमरो सादेह के खिलाफ 10-0 से हार का सामना करना पड़ा। अमरो सादेह ने पार टेरे पोजीशन से शानदार 4-पॉइंट थ्रो लगाकर सेमीफाइनल में जगह बनाई। सागर की टूर्नामेंट में आगे की प्रगति उनके प्रतिद्वंद्वी के सेमीफाइनल में पहुंचने पर निर्भर थी।
अन्य भारतीय पहलवानों के लिए यह चैंपियनशिप चुनौतीपूर्ण रही।
- 63 किग्रा वर्ग में उमेश अपने क्वालीफिकेशन मुकाबले में हारकर टूर्नामेंट से बाहर हो गए।
- 55 किग्रा वर्ग में नितिन और 130 किग्रा वर्ग में प्रेम भी क्वालीफिकेशन राउंड में ही हारकर प्रतियोगिता से बाहर हो गए।
इस प्रकार, भारतीय पहलवानों के लिए यह टूर्नामेंट मिश्रित परिणाम लेकर आया, जहां सुनील कुमार ने पदक जीतकर देश का गौरव बढ़ाया, जबकि अन्य पहलवानों को कठिन प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ा।