ऑटो क्षेत्र की प्रमुख कंपनी महिंद्रा एंड महिंद्रा (एमएंडएम) के शेयरों में सोमवार, 24 फरवरी को उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई। इस उछाल के पीछे मुख्य कारण प्रमुख ब्रोकरेज फर्म जेफरीज द्वारा दिया गया सकारात्मक मूल्यांकन है। इस फर्म ने एमएंडएम के मजबूत बाजार प्रदर्शन और आशाजनक विकास संभावनाओं को रेखांकित किया है।
सुबह के कारोबार में एमएंडएम के शेयर लगभग 2% बढ़कर ₹2,712 प्रति शेयर तक पहुंच गए, जो पिछले सत्र में आई 6% की गिरावट से उबरने का संकेत था। पिछले सत्र में, शेयरों ने करीब 7 महीनों में अपनी सबसे बड़ी एक-दिन की गिरावट देखी थी। सोमवार को रात 10:37 बजे तक, एमएंडएम के शेयर 1.01% की बढ़त के साथ ₹2,696.20 प्रति शेयर पर कारोबार कर रहे थे।
टेस्ला के प्रभाव को लेकर ब्रोकरेज का आकलन
पिछले दो हफ्तों में 52-सप्ताह के उच्च स्तर से गिरावट के बाद ब्रोकरेज फर्म का यह सकारात्मक दृष्टिकोण सामने आया है। टेस्ला के भारतीय बाजार में संभावित प्रवेश को लेकर चिंताओं के कारण पिछले सप्ताह एमएंडएम के शेयरों में 9% की गिरावट आई थी। शुक्रवार को 6% की गिरावट दर्ज की गई थी।
हालांकि, ब्रोकरेज फर्मों का मानना है कि टेस्ला के आगमन का एमएंडएम पर निकट-अवधि में सीमित प्रभाव पड़ेगा। विशेषज्ञों के अनुसार, एमएंडएम और टेस्ला के वाहनों में मूल्य अंतर के चलते एमएंडएम को सीधा प्रतिस्पर्धात्मक नुकसान नहीं होगा। इसके अलावा, ईवी नीति के तहत कम शुल्क लाभ केवल कुछ उच्च-मूल्य वाले वाहनों पर लागू होंगे, जिससे प्रतिस्पर्धा की तीव्रता कम होगी।
एक अन्य प्रमुख ब्रोकरेज फर्म बर्नस्टीन ने भी इसी प्रकार का आकलन किया है। उन्होंने कहा कि टेस्ला के आयातित इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) मूल्य के उच्च खंड में प्रतिस्पर्धा करेंगे, जिससे एमएंडएम पर निकट-अवधि में प्रभाव सीमित रहेगा। हालांकि, उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि दीर्घकालिक रूप से टेस्ला का प्रभाव बना रह सकता है, और यह इस बात पर निर्भर करेगा कि टेस्ला भारतीय बाजार में कितनी गंभीरता से प्रवेश करती है।
एमएंडएम के तिमाही परिणाम
महिंद्रा एंड महिंद्रा ने दिसंबर 2024 को समाप्त हुई तिमाही के लिए अपने स्टैंडअलोन शुद्ध लाभ में 19% की वृद्धि दर्ज की है। कंपनी का कर-पश्चात लाभ (PAT) ₹2,964.31 करोड़ रहा, जबकि पिछले वर्ष की समान तिमाही में यह ₹2,489.73 करोड़ था।
ऑपरेशनल स्तर पर भी कंपनी का प्रदर्शन मजबूत रहा। अक्टूबर-दिसंबर तिमाही में परिचालन से राजस्व 20.3% बढ़कर ₹30,538.23 करोड़ हो गया।
समेकित आधार पर, वित्त वर्ष 2025 की तीसरी तिमाही में कर-पश्चात लाभ 20% बढ़कर ₹3,181 करोड़ हो गया, जबकि वित्त वर्ष 2024 की समान अवधि में यह ₹2,658 करोड़ था। इस दौरान, राजस्व 17% की बढ़ोतरी के साथ ₹41,470 करोड़ पर पहुंच गया।
कंपनी के नेतृत्व की प्रतिक्रिया
महिंद्रा एंड महिंद्रा के प्रबंध निदेशक और सीईओ, डॉ. अनीश शाह ने कहा:
“हम अपने व्यापार निष्पादन में मजबूती बनाए रख रहे हैं। ऑटो और फार्म सेगमेंट में बाजार हिस्सेदारी और मार्जिन को लेकर शानदार प्रदर्शन हुआ है। टेकएम में परिवर्तन की गति तेज हो रही है। एमएमएफएसएल अपनी परिसंपत्ति गुणवत्ता और विकास प्राथमिकताओं को संतुलित कर रहा है, जिसमें मजबूत एयूएम वृद्धि के साथ जीएस 4% से कम पर है। हमारे ग्रोथ जेम्स दीर्घकालिक उद्देश्यों की दिशा में निरंतर प्रगति कर रहे हैं।”
महिंद्रा एंड महिंद्रा के शेयरों में हालिया गिरावट के बाद आई इस तेजी को ब्रोकरेज फर्मों के सकारात्मक दृष्टिकोण से मजबूती मिली है। विशेषज्ञों का मानना है कि टेस्ला का भारतीय बाजार में प्रवेश एमएंडएम को निकट-अवधि में ज्यादा प्रभावित नहीं करेगा। साथ ही, कंपनी के मजबूत तिमाही नतीजे और बाजार में निरंतर विकास इसे दीर्घकालिक रूप से एक मजबूत निवेश विकल्प बनाते हैं।