Saturday, February 22, 2025

गुजरात ने गोल करके भारतीय पुरुषों को जर्मनी पर जीत दिलाई

भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने बुधवार को कलिंगा स्टेडियम में खेले गए एफआईएच प्रो लीग के मुकाबले में जर्मनी को 1-0 से हराकर शानदार वापसी की। हालांकि, भारतीय महिला टीम को एक बार फिर निराशा हाथ लगी, क्योंकि वे स्पेन से 0-1 से हार गईं।

पुरुष टीम की शानदार जीत

मंगलवार को जब भारतीय पुरुष टीम का सामना जर्मनी से हुआ था, तब हरमनप्रीत सिंह और हार्दिक सिंह की गैरमौजूदगी में टीम को 1-4 की करारी शिकस्त झेलनी पड़ी थी। यह यहां पर उनकी सबसे बड़ी हारों में से एक थी। लेकिन बुधवार को पूरी तरह से अलग कहानी लिखी गई। भारत ने अपने दो मुख्य खिलाड़ियों की वापसी के साथ बेहतरीन डिफेंसिव प्रदर्शन करते हुए शानदार जीत दर्ज की।

मैच की शुरुआत में ही भारत ने आक्रामक रुख अपनाया और चौथे मिनट में बढ़त हासिल कर ली। राजिंदर सिंह ने गेंद को डी के बीचों-बीच खेला, जिसे गुरजंत सिंह ने गोल में बदल दिया। इस दौरान, मनदीप सिंह ने गेंद को हल्का सा टच किया, लेकिन जर्मनी के गोलकीपर अलेक्जेंडर स्टैडलर ने इसे रोकने की पूरी कोशिश की। हालांकि, गुरजंत ने तेजी से प्रतिक्रिया दी और गेंद को अपने कब्जे में लेकर उसे सीधे बोर्ड में डाल दिया।

भारतीय टीम ने शुरुआत में मिली इस बढ़त को अंत तक बनाए रखा। जर्मनी ने वापसी के लिए काफी प्रयास किए, खासकर अंतिम क्वार्टर में जब उन्होंने अपने गोलकीपर को हटा लिया और कुछ ही मिनटों में चार पेनल्टी कॉर्नर अर्जित किए। लेकिन भारतीय डिफेंस, खासकर सूरज करकेरा और अन्य रक्षकों ने धैर्य और मजबूती दिखाते हुए गोल बचाए और भारत को जीत दिलाई।

मैच के बाद भारतीय कोच क्रेग फुल्टन ने टीम की रक्षात्मक रणनीति की सराहना की। उन्होंने कहा, “हमने जर्मनी के लिए मैदान को छोटा करने की रणनीति अपनाई, ताकि उनके खिलाड़ियों को पास बनाने पर मजबूर किया जा सके। हमारी टीम इस रणनीति में काफी अच्छी है और हमने अपनी संरचना को बनाए रखा। एक या दो करीबी मौके जरूर थे, लेकिन अंत में हमने गोल किया और यही अहम था।”

भारत के गोलकीपर कृष्ण बहादुर पाठक और सूरज करकेरा ने भी शानदार प्रदर्शन किया और कई महत्वपूर्ण बचाव किए। हालांकि, भारतीय टीम अभी भी पेनल्टी कॉर्नर से गोल करने में संघर्ष कर रही है। कोच फुल्टन ने कहा कि टीम के पास इसे सुधारने के लिए अभी चार और मैच बाकी हैं और वे इस पर काम कर रहे हैं।

महिला टीम को फिर मिली हार

भारतीय महिला टीम ने भी पूरे जोश के साथ खेला, लेकिन स्पेन की टीम ने बाजी मार ली।

पहले तीन क्वार्टर तक मुकाबला गोलरहित रहा। लेकिन 49वें मिनट में स्पेन की मार्टा सेगु ने शानदार व्यक्तिगत प्रयास से गोल दागा। उन्होंने सुशीला चानू के साथ बाएं किनारे से दौड़ लगाई, डी के अंदर कट मारते हुए आगे बढ़ीं और भारतीय गोलकीपर सविता के पैरों के बीच से गेंद को नीचे-दाएं कोने में डाल दिया।

हालांकि, सविता ने पूरे टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन किया है, लेकिन इस गोल को रोकने के लिए उन्हें बेहतर प्रयास करना चाहिए था। दूसरी ओर, भारतीय टीम अपने मौकों को भुना नहीं पाई, जिससे कोच हरेंद्र सिंह निराश नजर आए।

उन्होंने कहा, “हमें इसे दूसरे क्वार्टर में ही खत्म कर देना चाहिए था। हमारे पास एक अच्छा मौका था, लेकिन हमने गोलकीपर के बहुत करीब जाने की गलती की। डी के अंदर अंतिम पास देना हमारी कमजोरी साबित हो रही है।”

इसके अलावा, भारतीय टीम ने कई गलत पास भी किए, जिससे स्पेन को खेल पर नियंत्रण करने का मौका मिल गया।

स्पेनिश पुरुष टीम की बड़ी जीत

दिन के दूसरे मैच में, स्पेनिश पुरुष हॉकी टीम ने इंग्लैंड को 4-1 से हराया, जिससे उनके आत्मविश्वास को जबरदस्त बढ़ावा मिला।


भारतीय पुरुष टीम की इस शानदार जीत से एफआईएच प्रो लीग में उनकी स्थिति मजबूत हुई है, जबकि महिला टीम को अपनी कमजोरियों पर काम करने की जरूरत है।

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