मुंबई: महाराष्ट्र के विदर्भ क्षेत्र के भंडारा जिले की जवाहरनगर तहसील में शुक्रवार को आयुध कारखाने भंडारा में हुए भीषण विस्फोट में आठ लोगों की मौत हो गई और सात अन्य घायल हो गए।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने इस हादसे में मृतकों की संख्या की पुष्टि की।
अधिकारियों ने आशंका जताई है कि हताहतों की संख्या बढ़ सकती है। बचाव और चिकित्सा दलों को तुरंत सक्रिय किया गया है और कारखाने में फंसे लोगों को निकालने का अभियान लगातार जारी है।
घटना स्थल से अब तक करीब एक दर्जन लोगों को सुरक्षित निकाला जा चुका है।
यह आयुध कारखाना सतपुड़ा पर्वत श्रृंखला में स्थित है और सिंगल-बेस प्रोपेलेंट, डबल-बेस प्रोपेलेंट (बैलिस्टाइट), रॉकेट प्रोपेलेंट, उच्च विस्फोटक पदार्थ और उनके यौगिकों का निर्माण करता है।
भंडारा विधायक नरेंद्र भोंडेकर ने इस घटना को बेहद गंभीर बताते हुए कहा, “बचाव दल सक्रिय हैं और एंबुलेंस तैयार हैं। विशेषज्ञ स्थिति को संभालने के लिए लगातार काम कर रहे हैं।”
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा, “हमें सूचना मिली है कि भंडारा जिले में एक आयुध कारखाने में विस्फोट के बाद छत गिरने से 13 से 14 कर्मचारी फंसे हो सकते हैं। इनमें से पांच को सुरक्षित बाहर निकाला जा चुका है। जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक मौके पर मौजूद हैं और हरसंभव सहायता प्रदान की जा रही है।”
उन्होंने आगे कहा, “एसडीआरएफ और नागपुर नगर निगम की टीमों को भी बुलाया गया है। ये टीमें जल्द ही घटनास्थल पर पहुंचेंगी। जिला प्रशासन रक्षा बलों के साथ समन्वय कर बचाव अभियान में जुटा है। घायलों को तत्काल चिकित्सा सहायता देने के लिए भी सभी इंतजाम किए गए हैं।”
फडणवीस ने कहा, “प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना में एक कर्मचारी की मृत्यु हुई है। मैं उन्हें अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। हम उनके परिवार के दुख में उनके साथ हैं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करते हैं।”
भंडारा जिले के इस कारखाने से करीब 40 किलोमीटर दूर अंभोरा नामक स्थान है, जहां वैनगंगा, आम, जाम, सुर और कन्हान नदियों का संगम होता है। यह स्थान एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में भी प्रसिद्ध है।