विश्व का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन, महाकुंभ मेला, उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में सोमवार को शुरू हुआ। पौष पूर्णिमा के शुभ अवसर पर पहले ‘शाही स्नान’ के दौरान श्रद्धालुओं ने गंगा नदी में पवित्र डुबकी लगाई।
प्रयागराज के विभिन्न घाटों पर लाखों श्रद्धालुओं ने एकत्र होकर गंगा, यमुना और पौराणिक सरस्वती नदियों के त्रिवेणी संगम में स्नान किया। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, सोमवार सुबह 8 बजे तक 40 लाख से अधिक श्रद्धालु संगम में स्नान कर चुके थे।
144 वर्षों बाद ऐतिहासिक महाकुंभ
यह 45 दिवसीय महाकुंभ गंगा, यमुना और सरस्वती नदियों के संगम पर आयोजित किया जा रहा है। इस आयोजन में 45 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद जताई जा रही है, जिनमें 15 लाख विदेशी पर्यटक भी शामिल होंगे।
प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री का संदेश
महाकुंभ के शुभारंभ पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा,
“यह भारतीय मूल्यों और संस्कृति को संजोने वाले करोड़ों लोगों के लिए एक ऐतिहासिक दिन है। महाकुंभ 2025 आस्था, भक्ति और संस्कृति के संगम का प्रतीक है। यह आयोजन भारत की शाश्वत आध्यात्मिक विरासत और सद्भाव का उत्सव है। सभी तीर्थयात्रियों को शुभकामनाएं।”
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी शुभकामनाएं देते हुए कहा,
“दुनिया के सबसे बड़े आध्यात्मिक और सांस्कृतिक समागम ‘महाकुंभ’ का आरंभ प्रयागराज की पावन नगरी में हो चुका है। मैं सभी श्रद्धालुओं, संतों और कल्पवासियों का हार्दिक स्वागत करता हूं। मां गंगा आपकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण करें।”
उच्चस्तरीय तैयारियां
महाकुंभ की तैयारियों का नेतृत्व करते हुए उत्तर प्रदेश सरकार ने इस आयोजन के लिए करीब 7,000 करोड़ रुपये का बजट निर्धारित किया है। राज्य के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने कहा कि यह महाकुंभ स्वच्छता, सुरक्षा और डिजिटल तकनीक के उपयोग के लिए जाना जाएगा।
श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अंडरवाटर ड्रोन, एआई-सक्षम कैमरे, और रिमोट लाइफ-सेविंग उपकरणों का उपयोग किया जा रहा है। इसके अलावा, पीएसी, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें भी तैनात हैं।
महाकुंभ में सांस्कृतिक रंग
महाकुंभ 2025 में कला और संस्कृति का भी अद्भुत संगम देखने को मिलेगा। संस्कृति मंत्रालय द्वारा कुंभ मेला क्षेत्र में ‘कलाग्राम’ नामक सांस्कृतिक स्थान स्थापित किया गया है। यहां भारत की कला, संस्कृति और विरासत का जश्न मनाने के लिए प्रदर्शनियां और कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे।
इस महाकुंभ के दौरान प्रसिद्ध गायक कैलाश खेर, शंकर महादेवन, कविता कृष्णमूर्ति, मोहित चौहान, हंस राज हंस, हरिहरन और मैथिली ठाकुर जैसे कलाकार प्रस्तुति देंगे।
श्रद्धालुओं का उत्साह
महाकुंभ की शुरुआत से ही देश-विदेश के लोग प्रयागराज पहुंचने लगे हैं। यहां श्रद्धालु गंगा स्नान के साथ पूजा-अर्चना कर अपने पापों से मुक्ति और मोक्ष की कामना कर रहे हैं। 45 दिनों तक चलने वाले इस आयोजन में आस्था और आधुनिकता का अनूठा मेल देखने को मिलेगा।
महाकुंभ 2025 न केवल भारतीय संस्कृति की गहराई को प्रदर्शित करता है, बल्कि दुनिया को भारत की अध्यात्मिकता और विविधता का अनुभव कराता है।