दिल्ली पुलिस ने मंगलवार को एक बड़े अवैध अप्रवासी रैकेट का पर्दाफाश किया है। इस रैकेट में पांच बांग्लादेशी नागरिकों और नकली दस्तावेज तैयार करने के आरोप में छह अन्य लोगों को गिरफ्तार किया गया है। समाचार एजेंसी एएनआई ने इस बारे में जानकारी दी।
संगम विहार में हत्या के बाद खुलासा
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, इस अवैध रैकेट का खुलासा संगम विहार में हुई एक हत्या के बाद हुआ। मृतक व्यक्ति बांग्लादेशी अप्रवासियों के लिए नकली आधार कार्ड बनाने के कार्य में लिप्त था।
फर्जी दस्तावेज बनाने वाले गिरफ्तार
गिरफ्तार किए गए 11 व्यक्तियों में नकली दस्तावेज बनाने वाले जालसाज, आधार केंद्र के ऑपरेटर और फर्जी वेबसाइट तैयार करने वाले तकनीकी विशेषज्ञ शामिल हैं। दक्षिणी दिल्ली के पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) अंकित चौहान ने बताया कि इन लोगों ने एक फर्जी वेबसाइट के माध्यम से बांग्लादेशी नागरिकों के लिए नकली आधार कार्ड, मतदाता पहचान पत्र और अन्य दस्तावेज तैयार किए।
₹20 में जाली दस्तावेज
जांच के दौरान यह सामने आया कि रजत मिश्रा नाम का एक व्यक्ति “जनता प्रिंट्स” नामक वेबसाइट चला रहा था। इस वेबसाइट के जरिए केवल ₹20 से भी कम शुल्क पर नकली दस्तावेज बनाए जाते थे।
बरामदगी
पुलिस ने अभियान के दौरान 21 फर्जी आधार कार्ड, छह पैन कार्ड और चार मतदाता पहचान पत्र बरामद किए।
अवैध प्रवेश के तरीके
डीसीपी चौहान ने बताया, “अवैध अप्रवासियों ने भारत में प्रवेश करने के लिए जंगलों के रास्तों और एक्सप्रेस ट्रेनों का इस्तेमाल किया।”
विशेष अभियान
इस महीने की शुरुआत में, दिल्ली के उपराज्यपाल ने मुख्य सचिव और पुलिस आयुक्त को आदेश दिया था कि वे शहर में मौजूद अवैध बांग्लादेशी अप्रवासियों की पहचान करें और उन्हें दंडित करने के लिए दो महीने का विशेष अभियान चलाएं।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, अब तक बांग्लादेश से आए 1,000 से अधिक अवैध अप्रवासियों की पहचान की जा चुकी है।