प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन के विभिन्न संस्करणों द्वारा विकसित नवाचारों के व्यापक प्रभाव पर जोर देते हुए, इन्हें देश के लोगों के लिए अत्यधिक लाभकारी बताया। बुधवार को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन 2024 के प्रतिभागियों से बातचीत करते हुए, प्रधानमंत्री ने इन तकनीकी समाधानों को वास्तविक दुनिया की समस्याओं का समाधान करने में अत्यंत महत्वपूर्ण बताया। स्मार्ट इंडिया हैकाथॉन का 7वां संस्करण छात्रों को अभिनव और व्यावहारिक समाधान प्रस्तुत करने के लिए प्रेरित करता है।
यह केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय की एक प्रमुख पहल है, जिसने युवा इनोवेटर्स को रचनात्मकता और प्रभावशीलता के साथ बड़ी चुनौतियों को हल करने के लिए सरकार और उद्योग भागीदारों के साथ सहयोग करने का एक सशक्त मंच प्रदान किया है। इस वर्ष, 54 मंत्रालयों, राज्य सरकारों, सार्वजनिक उपक्रमों और उद्योगों ने रिकॉर्ड 250 से अधिक समस्या विवरण प्रस्तुत किए। संस्थान-स्तरीय भागीदारी में 150% की वृद्धि हुई, जिसमें 86,000 से अधिक टीमों ने हिस्सा लिया। इन टीमों में से लगभग 49,000 टीमें राष्ट्रीय स्तर पर पहुंचीं, जिससे यह संस्करण अब तक का सबसे बड़ा हैकाथॉन बन गया।
एक घंटे तक चली बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने प्रतिभागियों से संवाद किया और उन्हें नवाचार के माध्यम से महत्वपूर्ण मुद्दों को हल करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने पिछले हैकाथॉन में अपनी भागीदारी और अनुभवों को साझा करते हुए कहा कि वे हमेशा इन कार्यक्रमों के परिणामों से प्रभावित रहे हैं। उन्होंने कहा, “आपने मेरे विश्वास को और मजबूत किया है,” और इस बात पर प्रकाश डाला कि कैसे पिछले संस्करणों के समाधान विभिन्न मंत्रालयों में सक्रिय रूप से उपयोग किए जा रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने पिछले सात वर्षों में आयोजित हैकाथॉन के महत्व को भी रेखांकित किया और कहा कि इन आयोजनों के जरिए विकसित किए गए समाधान देश पर सकारात्मक और दीर्घकालिक प्रभाव डाल रहे हैं। उन्होंने बताया कि इन पहलों ने कई जटिल चुनौतियों का सफलतापूर्वक समाधान किया है।
इसके अतिरिक्त, प्रधानमंत्री ने हाल ही में स्वीकृत वन नेशन वन सब्सक्रिप्शन योजना पर चर्चा की। उन्होंने इसे युवा इनोवेटर्स को सशक्त बनाने के लिए एक महत्वपूर्ण पहल बताया। इस योजना के माध्यम से छात्रों को प्रतिष्ठित पत्रिकाओं की सदस्यता उपलब्ध होगी, जिससे यह सुनिश्चित किया जाएगा कि हर युवा भारतीय महत्वपूर्ण ज्ञान और जानकारी तक पहुंच प्राप्त कर सके।
प्रधानमंत्री ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 का उल्लेख करते हुए इसकी वैज्ञानिक सोच को प्रोत्साहित करने वाली क्षमताओं पर बल दिया। उन्होंने कहा कि भारत की उभरती आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए अलग सोच की आवश्यकता है और सभी क्षेत्रों में नवाचार को एक आदत बनाने पर जोर दिया।
हैकाथॉन पर बात करते हुए प्रधानमंत्री ने प्रक्रिया और उत्पाद, दोनों के महत्व पर प्रकाश डाला और कहा कि चुनौतियों से निपटने और प्रगति के लिए एक अभिनव दृष्टिकोण आवश्यक है। उन्होंने प्रतिभागियों को भविष्य की समस्याओं का सामना करने के लिए प्रेरित करते हुए नवाचार को अपनी प्राथमिकता बनाने की अपील की।