Monday, February 24, 2025

इंडियन होटल्स कंपनी बड़े पैमाने पर विस्तार योजना के तहत 2030 तक 5000 करोड़ रुपये का निवेश करेगी

ताज ब्रांड के तहत आतिथ्य श्रृंखला का स्वामित्व और संचालन करने वाली इंडियन होटल्स कंपनी लिमिटेड (IHCL) ने 2030 तक ₹5,000 करोड़ का निवेश करने की महत्वाकांक्षी योजना का खुलासा किया है।

इस योजना के तहत, कंपनी का लक्ष्य अपने मौजूदा पोर्टफोलियो को उन्नत करने और रणनीतिक स्थानों पर नई संपत्तियां बनाने का है। भारतीय आतिथ्य क्षेत्र में तेजी से हो रहे विकास और अनुकूल परिस्थितियों का लाभ उठाते हुए, IHCL 700 होटलों के पोर्टफोलियो का लक्ष्य लेकर चल रही है, जो वर्तमान में 350 है।

एक्सेलरेट 2030 रणनीति का ऐलान

मंगलवार को मुंबई में घोषित “एक्सेलरेट 2030” रणनीति के हिस्से के रूप में, IHCL प्रबंधन ने स्पष्ट किया कि दशक के अंत तक 500 से अधिक होटल संचालन में होंगे। वर्तमान में यह संख्या 232 है। इस विस्तार के परिणामस्वरूप, कंपनी को अपने राजस्व में दोगुना वृद्धि की उम्मीद है, जो ₹30,000 करोड़ तक पहुंच सकता है।

विकास में नए और पुराने ब्रांड्स की भूमिका

विकास की इस यात्रा को मुख्य रूप से गेटवे, जिंजर और ट्री ऑफ लाइफ जैसे नए ब्रांड्स द्वारा संचालित किया जाएगा। 2030 तक इन ब्रांड्स की 275 संपत्तियां ऑपरेशनल होंगी, जो फिलहाल 95 हैं।
दूसरी ओर, ताज, सेलेक्शंस और विवांता जैसे अपस्केल ब्रांड्स की ऑपरेशनल प्रॉपर्टीज की संख्या 2024 के 137 से बढ़कर 2030 तक 225 हो जाएगी।

वित्तीय स्थिति और निवेश की योजना

IHCL के पास वर्तमान में ₹2,000 करोड़ का शुद्ध नकद भंडार है। कंपनी अपनी पूंजी संरचना को संतुलित बनाए रखने पर जोर दे रही है। प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी पुनीत छतवाल ने कहा, “कोविड-19 के अनुभव ने हमें यह सिखाया है कि अत्यधिक कर्ज से बचना जरूरी है।”

उन्होंने आगे कहा, “IHCL ने 350 होटलों का लक्ष्य पहले ही प्राप्त कर लिया है, जिसमें 200 से अधिक होटल संचालन में हैं। साथ ही, लगातार दस तिमाहियों तक रिकॉर्ड वित्तीय प्रदर्शन किया है। इस मजबूत प्रदर्शन और बैलेंस शीट ने हमें तेजी से विकास करने की स्थिति में ला दिया है।”

प्रबंधन अनुबंधों पर फोकस

IHCL के विस्तार का बड़ा हिस्सा प्रबंधन अनुबंधों के माध्यम से संचालित होगा। कंपनी की योजना है कि कुल इन्वेंट्री में प्रबंधित संपत्तियों की हिस्सेदारी 43% से बढ़ाकर 57% की जाए। इसके साथ ही, प्रबंधन फीस ₹1,000 करोड़ से अधिक होने की उम्मीद है।

घरेलू और विदेशी बाजार में विस्तार

पुनीत छतवाल ने कहा कि 6.5% की अनुमानित जीडीपी वृद्धि और बुनियादी ढांचे पर सरकार के जोर को देखते हुए, होटल कमरों की मांग आपूर्ति से अधिक रहेगी। IHCL मुख्य रूप से घरेलू बाजार पर ध्यान केंद्रित करेगी, लेकिन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अच्छे अवसरों का लाभ उठाने से नहीं चूकेगी।

विदेशी विस्तार के संदर्भ में, IHCL ताज ब्रांड को प्रमुखता से आगे बढ़ाएगी। नए विदेशी निवेशों के लिए कंपनी लंदन, संयुक्त अरब अमीरात, सऊदी अरब, बहरीन, फ्रांस (पेरिस), और स्विट्जरलैंड जैसे स्थलों पर ध्यान देगी, जहां भारतीय प्रवासी और पर्यटक बड़ी संख्या में मौजूद हैं।

उम्मीद और योजना

IHCL को उम्मीद है कि इस विस्तार योजना से कंपनी की वैश्विक उपस्थिति बढ़ेगी और भारतीय आतिथ्य उद्योग को नई ऊंचाइयों पर ले जाया जाएगा।

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