Monday, December 23, 2024

भारत में 2021 में वायु प्रदूषण से 21 लाख लोगों की मौत हुई

वर्ष 2021 में वायु प्रदूषण ने वैश्विक स्तर पर सबसे अधिक मौतें की घटना की, जिससे दुनिया भर में लगभग 8.1 मिलियन लोगों की जान गई। अनुसार, भारत और चीन इस संकट का सबसे ज्यादा प्रभावित हुए, जहां क्रमशः 2.1 मिलियन और 2.3 मिलियन लोगों की मौत हुई।

वायु प्रदूषण से जुड़ी रिपोर्ट में छोटे बच्चों पर भी ध्यान दिया गया है। 2021 में, वायु प्रदूषण के कारण पांच वर्ष से कम उम्र के बच्चों में 7 लाख से अधिक मौतें हुईं, जो इस आयु वर्ग में होने वाली सभी वैश्विक मौतों का 15% है।

भारत में अलगाव की बात करें तो, 2021 में वायु प्रदूषण के कारण पांच वर्ष से कम आयु वाले 1,69,400 बच्चों की मौत हुई। इसके बाद नाइजीरिया में 1,14,100, पाकिस्तान में 68,100, इथियोपिया में 31,100 और बांग्लादेश में 19,100 बच्चों की मौत हुई।

रिपोर्ट में बताया गया है कि 2021 में ओजोन से संबंधित बीमारी (सीओपीडी) से होने वाली मौतों में से लगभग 50% मौतें भारत में हुईं (2,37,000), इसके बाद चीन (1,25,600) और बांग्लादेश (15,000) के लिए।

इस रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि वायु प्रदूषण विश्व स्तर पर मृत्यु का दूसरा सबसे बड़ा कारण है और यह दक्षिण एशिया में अधिक जोखिम पैदा करता है। उसके बाद उच्च रक्तचाप, अनुपातिक आहार और तम्बाकू आते हैं।

रिपोर्ट में कहा गया है कि पांच वर्ष से कम उम्र के बच्चों में मृत्यु का दूसरा प्रमुख कारण कुपोषण था।

इस रिपोर्ट के अनुसार, वायु प्रदूषण से होने वाली वैश्विक मौतों में से 90% से अधिक (7.8 मिलियन लोग) की मौत पीएम 2.5 के कारण हुई, जिसमें वातावरणीय पीएम 2.5 और घरेलू वायु प्रदूषण शामिल हैं।

इस रिपोर्ट से उम्मीद है कि यह सूचना और प्रेरणा दोनों परिवर्तन के लिए सहायक साबित होगी।

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