हेक्सावेयर टेक्नोलॉजीज लिमिटेड के शेयरों ने लिस्टिंग के दिन शानदार प्रदर्शन किया और अपने आईपीओ मूल्य से लगभग 7 प्रतिशत अधिक पर बंद हुए। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर यह शेयर 6.74 प्रतिशत की बढ़त के साथ 755.75 रुपये प्रति शेयर पर बंद हुआ। लिस्टिंग के बाद निवेशकों की मजबूत दिलचस्पी के चलते इंट्राडे में यह 11 प्रतिशत से अधिक उछल गया।
कंपनी के शेयरों ने एनएसई पर 788 रुपये का इंट्राडे उच्च स्तर छू लिया, जो इसके आईपीओ मूल्य से 11.3 प्रतिशत अधिक रहा। हालांकि, 19 फरवरी को स्टॉक एक्सचेंजों पर शेयर की लिस्टिंग अपेक्षाकृत धीमी रही, बावजूद इसके कि पिछले सप्ताह प्राइमरी मार्केट में इस इश्यू को 2 गुना से अधिक बंपर सब्सक्रिप्शन मिला था।
एनएसई पर हेक्सावेयर टेक्नोलॉजीज के शेयर 745.5 रुपये प्रति शेयर पर सूचीबद्ध हुए, जो इसके इश्यू मूल्य से 5.3 प्रतिशत अधिक रहा। वहीं, बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) पर यह शेयर 3.25 प्रतिशत के प्रीमियम के साथ 731 रुपये प्रति शेयर पर लिस्ट हुआ। लिस्टिंग के बाद कंपनी का कुल बाजार पूंजीकरण 44,422.48 करोड़ रुपये तक पहुंच गया।
आईपीओ को मिला मजबूत रिस्पॉन्स
हेक्सावेयर टेक्नोलॉजीज का 8,750 करोड़ रुपये का आईपीओ 12 से 14 फरवरी के बीच सब्सक्रिप्शन के लिए खुला था और इसे 2.66 गुना सब्सक्रिप्शन मिला। इस इश्यू का प्राइस बैंड 674-708 रुपये प्रति शेयर तय किया गया था। कंपनी ने एंकर निवेशकों से 2,598 करोड़ रुपये जुटाए थे।
यह आईपीओ भारत के आईटी सेवा क्षेत्र में सबसे बड़े सार्वजनिक निर्गमों में से एक था। इससे पहले, दो दशक पहले टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) का 4,700 करोड़ रुपये का आईपीओ आया था। 708 रुपये प्रति शेयर के ऊपरी प्राइस बैंड पर कंपनी का मूल्यांकन 43,000 करोड़ रुपये से अधिक रहा।
विश्लेषकों की राय
हालांकि हेक्सावेयर टेक्नोलॉजीज के आईपीओ को निवेशकों से अच्छी प्रतिक्रिया मिली, लेकिन लिस्टिंग के दौरान शेयरों की शुरुआत अपेक्षाकृत सुस्त रही। विशेषज्ञों का मानना है कि कमजोर बाजार स्थितियों और ग्रे मार्केट प्रीमियम की अनुपस्थिति के कारण यह अपेक्षित था।
लेमन मार्केट्स के शोध विश्लेषक सतीश चंद्र अलूरी के अनुसार, “कमजोर बाजार और ग्रे मार्केट प्रीमियम की कमी के चलते लिस्टिंग सुस्त रही। हालांकि, प्रतिस्पर्धी कंपनियों की तुलना में हेक्सावेयर के मूल्य निर्धारण को आकर्षक माना जा सकता है, लेकिन व्यापक बाजार में कमजोरी के कारण शुरुआती निवेशकों की रुचि थोड़ी धीमी रही।”
स्टॉक्सबॉक्स के शोध विश्लेषक अभिषेक पंड्या का कहना है, “हेक्सावेयर टेक्नोलॉजीज के शेयर 43.1x के मूल्य-से-आय (P/E) अनुपात पर सूचीबद्ध हुए हैं, जो कि इसके सूचीबद्ध प्रतिस्पर्धियों की तुलना में अपेक्षाकृत कम है। जिन निवेशकों को आवंटन मिला है, वे मध्यम से दीर्घकालिक लाभ के लिए अपने शेयरों को होल्ड कर सकते हैं।”
हेक्सावेयर टेक्नोलॉजीज का यह 8,750 करोड़ रुपये का आईपीओ, दो दशक से भी अधिक समय बाद भारत के आईटी सेवा क्षेत्र में सबसे बड़ा सार्वजनिक निर्गम साबित हुआ है। विश्लेषकों का मानना है कि कंपनी का मूल्यांकन और विकास क्षमता दीर्घकालिक निवेशकों के लिए आकर्षक हो सकता है।