Sunday, December 22, 2024

हमास को अब तक हुई क्षति और सुरंगों का उपयोग करके गुरिल्ला युद्ध की रणनीति की ओर उसका झुकाव

हमास काफी कमजोर हो चुका है, लेकिन उसने अपनी रणनीति बदल ली है और अब इज़रायल के खिलाफ़ गुरिल्ला युद्ध की रणनीति अपना रहा है। हम आपको बताएंगे कि हमास कितना कमजोर हुआ है, वह सुरंगों का कैसे उपयोग कर रहा है और क्या हमास के पूरी तरह से पराजित होने की संभावना है।

हमास को भारी नुकसान

विशेषज्ञों और अधिकारियों के अनुसार, पिछले साल अक्टूबर में इज़रायल पर अचानक हुए हमलों के आठ महीने बाद, हमास काफी कमजोर हो चुका है। रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी और इजरायली अधिकारियों ने बताया है कि हमास ने अब तक अपनी आधी सेना खो दी है।

हमास की लड़ाकू ताकत अब घटकर 9,000-12,000 लड़ाकों के बीच रह गई है, जबकि पहले यह 20,000-25,000 के बीच थी। लगभग 7,000-8,000 हमास लड़ाके राफा में डटे हुए हैं, जो उनका आखिरी महत्वपूर्ण गढ़ है। अमेरिकी खुफिया एजेंसियों का मानना है कि हमास इतनी कमजोर हो चुका है कि वह पिछले साल 7 अक्टूबर के हमले को फिर से नहीं दोहरा सकता।

हमास ने सिर्फ़ सैन्य नुकसान नहीं झेला है, बल्कि कुछ फ़िलिस्तीनियों की नाराज़गी भी मोल ली है। संघर्ष के कारण हुई पीड़ा के लिए मार्च में हमास की ओर से माफ़ी मांगना इसका सबूत है।

गुरिल्ला रणनीति अपनाना

कम होती ताकत के साथ, हमास ने गुरिल्ला युद्ध की रणनीति अपनाई है। हमास के लड़ाके लगातार मुठभेड़ों से बचते हुए, इज़रायली लक्ष्यों पर घात लगाकर हमला कर रहे हैं और इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) का इस्तेमाल कर रहे हैं। यह रणनीति उन्हें तेजी से पीछे हटने, फिर से संगठित होने और पहले से साफ किए गए क्षेत्रों में फिर से प्रकट होने की अनुमति देती है, जिससे इज़रायली सेना के अभियान जटिल हो जाते हैं।

हमास की सुरंगें

हमास का सुरंग नेटवर्क 500 किलोमीटर तक फैला हुआ है और यह एक भूमिगत शहर की तरह है। इज़रायली सेना इसे “गाजा मेट्रो” कहती है। यह सुरंगें हमास के नेताओं, कमांड सेंटरों और हथियार भंडारों को आश्रय देती हैं। सुरंग नेटवर्क का निर्माण 1999 में शुरू हुआ और 2007 में गाजा पर हमास के नियंत्रण के बाद इसका विस्तार हुआ।

हमास को पूरी तरह पराजित करना

इज़रायली सेना के प्रवक्ता पीटर लर्नर ने कहा कि सुरंग नेटवर्क को खत्म करना आसान नहीं है। उन्होंने कहा, “हमास को एक शासकीय प्राधिकरण के रूप में नष्ट करना एक प्राप्त करने योग्य और हासिल करने योग्य सैन्य उद्देश्य है।”

इंटरनेशनल क्राइसिस ग्रुप के जोस्ट हिल्टरमैन ने कहा कि हमास गाजा में हर जगह मौजूद है। हमास अपने आंतरिक मंत्रालय के तहत पुलिस और नागरिक सुरक्षा निकायों के माध्यम से नियंत्रण बनाए रखता है, जिससे उसका सामाजिक प्रभाव बना रहता है।

इजरायली सैन्य खुफिया विभाग के पूर्व प्रमुख मेजर जनरल तामीर हेमैन ने कहा कि भले ही आतंकी गतिविधियां खत्म हो जाएं, लेकिन हमास के सामाजिक ढांचे और वैचारिक तत्व कायम रहेंगे। हमास की जगह लेने के लिए इज़रायल के पास कोई विश्वसनीय योजना नहीं है, जिससे चिंता होती है कि सैन्य सफलताएं कमजोर हो सकती हैं।

गाजा में अगर सत्ता का अभाव रहा तो वहां आपराधिक गिरोह उभर सकते हैं, जो खाद्य आपूर्ति को जब्त कर सकते हैं और सशस्त्र डकैती कर सकते हैं। इससे लोग प्रतिरोध के उग्रवादी समूहों में शामिल हो सकते हैं, जैसा कि अमेरिकी आक्रमण के बाद फालुजा में हुआ था।

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