शुक्रवार के बाजार में सुजलॉन एनर्जी लिमिटेड के शेयरों में जोरदार तेजी देखी गई। मार्च तिमाही के मजबूत नतीजों और प्रबंधन की सकारात्मक टिप्पणियों के बाद, कई ब्रोकरेज फर्मों ने कंपनी का लक्ष्य मूल्य बढ़ा दिया, जिसके चलते शेयर 13.57% की बढ़त के साथ ₹74.30 के उच्चतम स्तर तक पहुंच गया। इसके साथ ही कंपनी का बाजार पूंजीकरण 1 लाख करोड़ रुपये के करीब पहुंच गया।
सुजलॉन का शेयर बीते वर्ष ₹43.50 से ₹86.04 की रेंज में कारोबार करता रहा है। बीते तीन महीनों में इसमें 44% और साल की शुरुआत से अब तक 55% की तेजी देखी गई है।
मोतीलाल ओसवाल का दृष्टिकोण
मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज (MOFSL) ने कंपनी के प्रदर्शन की सराहना करते हुए कहा कि डिलीवरी और EBITDA क्रमशः 15% और 38% तक अनुमान से अधिक रहा। कंपनी का प्रबंधन आशावादी है और वित्त वर्ष 2026 के लिए डिलीवरी, राजस्व, EBITDA और समायोजित PAT में कम से कम 60% साल-दर-साल सुधार का अनुमान लगा रहा है।
MOFSL के अनुसार, “यह मार्गदर्शन स्ट्रीट और हमारे अनुमानों के काफी करीब है और प्रबंधन का मजबूत आत्मविश्वास दर्शाता है।” उन्होंने वित्त वर्ष 2027 ई ईपीएस के आधार पर ₹83 का लक्ष्य मूल्य निर्धारित किया है, जिसमें 35 गुना पी/ई गुणक लागू किया गया है। यह कंपनी के पिछले दो वर्षों के औसत पी/ई 27 गुना से अधिक है, जो निष्पादन और कमाई की दृश्यता में सुधार को दर्शाता है।
नुवामा की राय
नुवामा इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज ने भी सुजलॉन की तिमाही आय से प्रभावित होकर वित्त वर्ष 2026-27 के अनुमानों में संशोधन किया है। इसमें 5-7% अधिक बिक्री, 8-15% EBITDA सुधार, और कर समायोजन शामिल हैं। नुवामा ने अपनी रेटिंग ‘होल्ड’ बनाए रखते हुए लक्ष्य मूल्य ₹61 से बढ़ाकर ₹68 कर दिया है। यह FY27 ई ईपीएस और O&M के DCF पर आधारित 40 गुना वैल्यूएशन पर आधारित है।
शानदार Q4 परिणाम
कंपनी ने चौथी तिमाही में जबरदस्त प्रदर्शन किया। एक साल पहले के ₹254 करोड़ के मुकाबले, ₹1,181 करोड़ का समेकित शुद्ध लाभ दर्ज किया गया, जिसमें ₹600 करोड़ का आस्थगित कर लाभ शामिल था। बिक्री ₹2,179.20 करोड़ से बढ़कर ₹3,773.50 करोड़ हो गई।
Q4FY25 में कंपनी ने 573 मेगावाट (MW) की डिलीवरी की, जबकि अनुमान 475MW था। बेहतर WTG मिश्रण और संचालन लाभ की वजह से ऑपरेटिंग मार्जिन 14.7% के अनुमान के मुकाबले 18.3% रहा।
ऑर्डर बुक और भविष्य की संभावनाएं
Q4FY25 में ऑर्डर इनफ्लो 100MW से कम रहा, मुख्यतः कुछ रद्दीकरण और छंटनी के कारण। फिर भी कंपनी के पास 5GW की ऑर्डर बुक है, जो आगामी 24 महीनों की राजस्व दृश्यता सुनिश्चित करती है।
प्रबंधन को उम्मीद है कि भारत की पवन ऊर्जा स्थापना FY25 के 4.2GW से बढ़कर FY26 में 6GW, FY27 में 7-8GW, और FY28 में 9GW तक पहुंच जाएगी। हालांकि FY27 के लिए कोई स्पष्ट मार्गदर्शन नहीं दिया गया है।
बाजार में प्रमुख भूमिका
नुवामा का मानना है कि सुजलॉन को FDRE/RTC/हाइब्रिड प्रौद्योगिकियों की बढ़ती हिस्सेदारी से फायदा होता रहेगा। इसके साथ ही कंपनी कॉमर्शियल और इंडस्ट्रियल (C&I) सेगमेंट में भी अग्रणी भूमिका निभा रही है, जहां से इसके PSU सेगमेंट में 55% ऑर्डर आते हैं।
ब्रोकरेज ने कहा कि कंपनी को EPC प्लस WTG क्षमताओं में एकाधिकार का लाभ मिलता है, जिसकी बदौलत सुजलॉन ने 30% से अधिक बाजार हिस्सेदारी बनाए रखी है।
सुजलॉन एनर्जी का शानदार तिमाही प्रदर्शन, बढ़ती ऑर्डर बुक, और ब्रोकरेज फर्मों की सकारात्मक रेटिंग के चलते इसका शेयर बाजार में लगातार चढ़ रहा है। कंपनी की दीर्घकालिक संभावनाएं मजबूत नजर आ रही हैं, और निवेशकों का विश्वास बढ़ता जा रहा है।