Wednesday, June 18, 2025

सैजिलिटी इंडिया लिमिटेड के शेयरों में 5% की गिरावट

मंगलवार को सैजिलिटी इंडिया लिमिटेड के शेयरों में शुरुआती कारोबार के दौरान 5% की गिरावट दर्ज की गई, जिससे शेयर का मूल्य नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर 40.72 रुपये पर आ गया। यह गिरावट समग्र बाजार की कमजोरी के अनुरूप रही। पिछले पांच कारोबारी सत्रों में कंपनी के शेयरों में कुल 7.18% की गिरावट आ चुकी है।

गिरावट की प्रमुख वजह: प्रमोटर द्वारा हिस्सेदारी बेचना

इस गिरावट के पीछे मुख्य कारण कंपनी के प्रमोटरों में से एक द्वारा “ऑफर फॉर सेल” (OFS) के ज़रिए बड़ी हिस्सेदारी बेचने की घोषणा है। प्रमोटर इकाई Sajility BV ने दो दिनों में कंपनी में कुल 15.02% हिस्सेदारी बेचने की योजना बनाई है।

गैर-खुदरा निवेशकों के लिए यह OFS आज (मंगलवार) से शुरू हो चुका है, जबकि खुदरा निवेशकों को इसकी बोली कल यानी 28 मई को लगाने का मौका मिलेगा।

ऑफर फॉर सेल का विवरण

  • OFS के तहत 34.61 करोड़ शेयरों का आधार प्रस्ताव रखा गया है, जो कंपनी की कुल चुकता इक्विटी शेयर पूंजी का 7.39% है।
  • अगर ओवरसब्सक्रिप्शन विकल्प का पूरा उपयोग होता है, तो कुल बिक्री 70.3 करोड़ शेयरों तक पहुँच सकती है, जो कंपनी की 15.02% हिस्सेदारी के बराबर है।
  • इस बिक्री के लिए फ्लोर प्राइस 38 रुपये प्रति शेयर तय किया गया है, जो कि सोमवार के बंद भाव 43.02 रुपये से 11.66% कम है।

फ्लोर प्राइस में यह भारी छूट निवेशकों के बीच सतर्कता का कारण बनी है और इससे शेयरों पर बिकवाली का दबाव बढ़ा है।

गैर-खुदरा निवेशक आज बोली लगा सकते हैं, जबकि खुदरा निवेशक बुधवार को हिस्सा लेंगे। वहीं, जिन गैर-खुदरा निवेशकों को आज पूरा आवंटन नहीं मिलेगा, वे कल दोबारा बोली लगा सकते हैं।

कंपनी का भविष्य दृष्टिकोण सकारात्मक

शेयर की कीमत में आई इस गिरावट के बावजूद कंपनी का कहना है कि वह अगले वित्त वर्ष में स्थिर और मजबूत प्रदर्शन को लेकर आश्वस्त है।

कंपनी ने अपनी मजबूती के लिए ठोस बैलेंस शीट, विस्तृत ग्राहक आधार, और लगातार प्रभावी व्यावसायिक निष्पादन को आधार बताया है।

JM Financial के अनुसार, सैजिलिटी को अपने मुख्य व्यवसाय से मध्यम स्तर की वृद्धि की उम्मीद है। इसके अलावा, हाल ही में अधिग्रहित कंपनी BroadPath के प्रभाव को जोड़ते हुए, कुल राजस्व वृद्धि 20% से अधिक हो सकती है।

कंपनी ने वित्त वर्ष 2026 के लिए Adjusted EBITDA मार्जिन का लक्ष्य 24% से 25% के बीच रखा है, जिसमें BroadPath से होने वाले 100-120 आधार अंकों के नकारात्मक प्रभाव को शामिल नहीं किया गया है।

आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का प्रभाव

JM Financial ने बताया कि AI का कंपनी के व्यवसाय पर 1.5% से 2% तक प्रभाव दिख रहा है, जिसे पहले ही ग्रोथ गाइडेंस में शामिल कर लिया गया है। आने वाले 2 से 3 वर्षों में यह प्रभाव बढ़कर 4% से 5% तक पहुँच सकता है।

ब्रोकरेज की राय

ICICI Securities ने 16 मई को जारी अपने शोध नोट में सैजिलिटी इंडिया पर ‘खरीदें’ (Buy) रेटिंग बनाए रखी है। कंपनी के वित्त वर्ष 2026 के लिए राजस्व और मार्जिन गाइडेंस में कोई बदलाव नहीं हुआ है, जो एक सकारात्मक संकेत माना जा रहा है।

ICICI Securities ने स्टॉक के लिए अपना लक्ष्य मूल्य 56 रुपये से बढ़ाकर 60 रुपये कर दिया है, जो एक साल के Forward P/E अनुपात 26 गुना पर आधारित है।

वहीं, JM Financial का मानना है कि सैजिलिटी इंडिया वित्त वर्ष 2027 की अनुमानित एडजस्टेड EPS के मुकाबले 20 गुना के पी/ई पर कारोबार कर रहा है, जो इसे उचित मूल्य पर उपलब्ध दर्शाता है। JM Financial ने स्टॉक के लिए 71 रुपये का लक्ष्य मूल्य दिया है।

OFS के चलते शेयर पर बिकवाली का दबाव भले ही बना हो, लेकिन सैजिलिटी इंडिया लिमिटेड का दीर्घकालिक दृष्टिकोण सकारात्मक बना हुआ है। कंपनी की फंडामेंटल स्थिति मजबूत है और ब्रोकरेज हाउसों का भरोसा भी बना हुआ है। निवेशकों के लिए यह एक अल्पकालिक गिरावट हो सकती है, जबकि दीर्घकालिक निवेश दृष्टिकोण से स्टॉक आकर्षक बना हुआ है।

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