मंगलवार को शेयर बाजार में भारी गिरावट देखने को मिली, जिससे सोमवार की बढ़त मिट गई। वैश्विक स्तर पर अनिश्चितता और मुनाफावसूली की प्रवृत्ति के कारण निवेशकों ने सतर्क रुख अपनाया, जिससे शुरुआती कारोबार में ही प्रमुख सूचकांकों में भारी गिरावट दर्ज की गई।
दोपहर 2:34 बजे तक BSE सेंसेक्स 931.34 अंक गिरकर 81,245.11 पर पहुंच गया, वहीं एनएसई निफ्टी 50 में 252 अंकों की गिरावट के साथ यह 24,749.15 पर कारोबार कर रहा था। व्यापक बाजार सूचकांकों पर भी बिकवाली का दबाव नजर आया, जिससे पूरे बाजार की धारणा प्रभावित हुई। बैंकिंग, IT और वित्तीय सेवाएं सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों में शामिल रहीं।
गिरावट की प्रमुख वजहें
- कोविड-19 मामलों में वृद्धि:
हाल ही में कोविड-19 संक्रमणों में उछाल आया है, जिससे एक बार फिर आर्थिक गतिविधियों में बाधा पड़ने की आशंका बढ़ गई है। इससे निवेशकों के बीच जोखिम से बचने की प्रवृत्ति बढ़ी है। - वैश्विक बाजारों से कमजोर संकेत:
एशियाई बाजारों, विशेष रूप से चीन और हांगकांग में गिरावट ने भी घरेलू बाजार पर असर डाला। वहां ऑटोमोबाइल सेक्टर में नई मूल्य प्रतिस्पर्धा और अमेरिका द्वारा संभावित नए टैरिफ की आशंका के कारण गिरावट दर्ज की गई। - मुनाफावसूली का दौर:
हालिया तेजी के बाद निवेशक अब लाभ को बुक कर रहे हैं, जिससे बाजार में बिकवाली का दबाव बढ़ा है।
विशेषज्ञों की राय
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार डॉ. वी के विजयकुमार ने कहा कि बाजार अब एक समेकन चरण में प्रवेश कर सकता है। उनके अनुसार, “वर्तमान ऊंचे मूल्यांकन स्तरों पर तेजी की स्थिति में निवेशक मुनाफावसूली कर रहे हैं। हालांकि, गिरावट के दौरान म्यूचुअल फंड्स द्वारा की जा रही खरीदारी बाजार को समर्थन दे सकती है।”
उन्होंने यह भी कहा कि जब तक आय में ठोस वृद्धि के संकेत नहीं मिलते, तब तक बाजार में स्थायी तेजी की उम्मीद करना कठिन है। हालांकि, उन्होंने ऑटो जैसे दर-संवेदनशील क्षेत्रों में धीमी गति से निवेश बढ़ने की संभावना जताई, क्योंकि महंगाई कम होने से ब्याज दरों में कटौती की उम्मीद है।
एक और सकारात्मक पहलू यह है कि SIP (सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान) में प्रवाह लगातार बना हुआ है और खुदरा निवेशक अब लंबे समय तक निवेशित रहने लगे हैं, जिससे बाजार को आधारभूत समर्थन मिलता है।
तकनीकी रूप से देखा जाए तो निफ्टी 24,500 से 25,000 के समेकन क्षेत्र से बाहर निकलने की कोशिश कर रहा है। ऊपर की ओर, 25,207 पर प्रतिरोध स्तर मौजूद है, जो 26,277 से 21,743 तक की गिरावट का 76.4% फिबोनाची रिट्रेसमेंट स्तर है। नीचे की ओर, 24,800 पर तत्काल समर्थन देखा जा रहा है।
कुल मिलाकर, घरेलू बाजार में गिरावट के लिए कई वैश्विक और स्थानीय कारण जिम्मेदार हैं। कोविड मामलों में वृद्धि, वैश्विक संकेतों की कमजोरी, और मुनाफावसूली की प्रवृत्ति ने बाजार को झटका दिया है। हालांकि दीर्घकालिक दृष्टिकोण में निवेशकों को स्थिरता की उम्मीद है, लेकिन निकट भविष्य में उतार-चढ़ाव बने रहने की संभावना है।