Monday, November 17, 2025

सिंहाचलम मंदिर में दीवार गिरने से 8 श्रद्धालुओं की मौत, कई घायल

आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम जिले में बुधवार सुबह सिंहाचलम स्थित प्रसिद्ध श्री वराह लक्ष्मी नरसिंह स्वामी मंदिर में एक दर्दनाक हादसा हुआ। मंदिर परिसर में सीमेंट की दीवार गिरने से कम से कम आठ श्रद्धालुओं की मौत हो गई, जबकि कई अन्य घायल हो गए। यह घटना मंदिर के वार्षिक चंदन महोत्सव के दौरान घटी, जब श्रद्धालुओं की भारी भीड़ दर्शन के लिए जुटी हुई थी।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हादसा उस वक्त हुआ जब श्रद्धालु सिंहगिरी बस स्टैंड से घाट रोड की ओर स्थित एक शॉपिंग कॉम्प्लेक्स के पास ₹300 के टिकट के लिए कतार में खड़े थे। इसी दौरान पास में बनी एक सीमेंट की दीवार अचानक ढह गई और उसके मलबे की चपेट में कई लोग आ गए।

मौके पर मौजूद सूत्रों का कहना है कि त्योहार को देखते हुए वहां अस्थायी टेंट और ढांचे बनाए गए थे ताकि बढ़ती भीड़ को समायोजित किया जा सके। दुर्घटनाग्रस्त दीवार एक निर्माणाधीन संरचना का हिस्सा थी, जो टेंट के ठीक बगल में स्थित थी।

हादसे से पहले क्षेत्र में एक घंटे से अधिक समय तक मूसलधार बारिश हुई थी। चूंकि सिंहाचलम एक पहाड़ी इलाका है, भारी बारिश से मिट्टी ढीली हो गई, जिससे अस्थायी टेंट और ढांचे दीवार पर गिर पड़े और वह भरभराकर गिर गई।

बचाव अभियान जारी

घटना की जानकारी मिलते ही राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF), राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF), अग्निशमन और पुलिस विभाग की टीमें तत्काल मौके पर पहुंचीं और बचाव अभियान शुरू किया। घायल श्रद्धालुओं को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है।

अधिकारियों ने बताया कि श्रद्धालु सुबह से ही मंदिर के दर्शन के लिए लंबी कतारों में खड़े थे, जिससे वहां भारी भीड़ जमा हो गई थी। इस भीड़ के बीच हादसे से अफरा-तफरी मच गई।

प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री ने जताया शोक

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर घटना पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा, “विशाखापत्तनम में दीवार गिरने से हुई जनहानि से बेहद दुखी हूं। जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है, उनके प्रति संवेदना। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।”

प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) ने मृतकों के परिजनों को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (PMNRF) से ₹2 लाख और घायलों को ₹50,000 की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की।

आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू ने भी हादसे पर दुख जताया। उन्होंने कहा, “भारी बारिश के चलते दीवार गिरने की इस हृदयविदारक घटना में जान गंवाने वालों के परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदना है। मैं जिला कलेक्टर और एसपी से लगातार संपर्क में हूं और स्थिति पर करीबी नजर बनाए हुए हूं।”

मुख्यमंत्री के बयान के बाद मृतकों की संख्या में और वृद्धि की पुष्टि हुई है।

गृह मंत्री और धर्मस्व मंत्री मौके पर

राज्य की गृह मंत्री वी. अनिता मौके पर पहुंचीं और जिला कलेक्टर तथा पुलिस आयुक्त के साथ स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने राहत और बचाव कार्यों की निगरानी की।

धर्मस्व मंत्री अनम रामनारायण रेड्डी ने अमरावती से एक बयान जारी कर हादसे पर गहरा दुख प्रकट किया। उन्होंने कहा, “यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है कि भारी बारिश के कारण दीवार गिरने से सात श्रद्धालुओं की जान चली गई। घायलों को सर्वोत्तम इलाज सुनिश्चित किया जा रहा है और घटना की उच्च स्तरीय जांच शुरू कर दी गई है। राज्य सरकार पीड़ित परिवारों के साथ खड़ी है।”

घटना से पहले के दृश्य में तिरुमला तिरुपति देवस्थानम के अध्यक्ष बी.आर. नायडू को श्रद्धालुओं के साथ भगवान को रेशमी वस्त्र (पट्टू वस्त्र) अर्पित करते हुए देखा गया।

यह दुखद हादसा पर्व और श्रद्धा के उत्सव में मातम ले आया है, और फिलहाल प्रशासन पूरी गंभीरता से राहत और पुनर्वास कार्य में जुटा हुआ है।

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