प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राष्ट्र के नाम संबोधन के कुछ ही मिनटों बाद, जम्मू-कश्मीर के सांबा, पंजाब के जालंधर और होशियारपुर में सुरक्षा हालात अचानक तनावपूर्ण हो गए। इन क्षेत्रों में सेना के प्रतिष्ठानों के पास पाकिस्तानी ड्रोन देखे जाने की सूचना मिली, जिसके बाद अधिकारियों ने तत्काल वायु रक्षा प्रणाली सक्रिय कर दी और कई क्षेत्रों में ब्लैकआउट लागू कर दिया गया।
रिपोर्टों के अनुसार, पाकिस्तान ने सांबा और हीरानगर सेक्टरों में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर छोटे हथियारों से गोलीबारी की, जिसका जवाब सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने भी पूरी मुस्तैदी से दिया।
सावधानी के तौर पर इंडिगो की दिल्ली-अमृतसर फ्लाइट को वापस दिल्ली भेज दिया गया। यह विमान रात 9:10 बजे अमृतसर में उतरने वाला था।
सांबा के एक स्थानीय निवासी ने जानकारी दी कि वायु रक्षा प्रणाली द्वारा एक दर्जन से अधिक ड्रोन को रोका गया। उन्होंने बताया कि ब्लैकआउट के दौरान आसमान में लाल रंग की धारियाँ दिखाई दीं और विस्फोटों की आवाज़ें भी सुनाई दीं। रक्षा अधिकारियों ने भी पुष्टि की कि सांबा में ड्रोन देखे गए और उन्हें निष्क्रिय किया गया।
अपुष्ट खबरों में यह भी कहा गया है कि जम्मू के अखनूर और परगवाल सेक्टरों में भी पाकिस्तान की ओर से गोलीबारी की गई। इसके चलते पुंछ और राजौरी जिलों में पूरी तरह से ब्लैकआउट लागू कर दिया गया। वैष्णो देवी भवन और यात्रा मार्ग पर भी एहतियात के तौर पर बिजली बंद कर दी गई।
पंजाब के होशियारपुर जिले के दसूया इलाके में भी तनाव की स्थिति बनी रही। स्थानीय लोगों ने दसूया के एक गांव में 7-8 धमाकों की आवाजें सुनीं। होशियारपुर की उपायुक्त आशिका जैन ने पुष्टि की कि धमाकों की सूचना मिली है। उन्होंने कहा कि वे रक्षा अधिकारियों के साथ समन्वय में हैं और जैसे ही कोई ठोस जानकारी मिलेगी, उसे साझा किया जाएगा। फिलहाल, दसूया और मुकेरियां क्षेत्रों में ब्लैकआउट लागू कर दिया गया है।
जालंधर में प्रशासन ने पुष्टि की कि सुरनासी गांव के पास ड्रोन देखे गए हैं। जालंधर के डिप्टी कमिश्नर हिमांशु अग्रवाल ने जानकारी दी कि रात करीब 9:20 बजे मंड गांव के पास सशस्त्र बलों ने एक निगरानी ड्रोन को मार गिराया। मलबे की तलाश के लिए एक टीम भेजी गई है। उन्होंने नागरिकों से अपील की कि यदि किसी को कोई संदिग्ध वस्तु या मलबा दिखे, तो तुरंत अधिकारियों को सूचित करें और खुद उससे दूर रहें।
एहतियात के तौर पर जालंधर के कुछ क्षेत्रों में भी बिजली आपूर्ति बंद कर दी गई। इसी प्रकार, अमृतसर में भी अलर्ट जारी कर ब्लैकआउट लागू किया गया। रात करीब 8:45 बजे अमृतसर की डिप्टी कमिश्नर साक्षी साहनी ने मीडिया को दिए एक बयान में कहा, “आपको सायरन सुनाई देगा। हम पूरी तरह अलर्ट पर हैं और ब्लैकआउट की प्रक्रिया शुरू कर रहे हैं। कृपया अपनी लाइटें बंद करें, खिड़कियों से दूर हटें और शांत रहें। यह कदम सिर्फ आपकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है।”
सायरन बजने के करीब 15 मिनट बाद पूरे क्षेत्र में अंधेरा छा गया। स्थानीय निवासियों ने बताया कि उन्होंने राम तीर्थ की दिशा में उड़ती हुई रहस्यमयी वस्तुएं देखीं। अटारी बॉर्डर के पास भी ड्रोन गतिविधियां देखी गईं। इसके साथ ही पठानकोट और गुरदासपुर जिलों में भी लोगों ने स्वैच्छिक रूप से ब्लैकआउट अपनाया।
सुरक्षा एजेंसियां और प्रशासन पूरी तरह से सतर्क हैं और हालात पर नजर बनाए हुए हैं। नागरिकों से अपील की गई है कि वे किसी भी तरह की अफवाहों से बचें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत संबंधित अधिकारियों को दें।
