प्रसिद्ध लेखक और बुकर पुरस्कार विजेता सलमान रुश्दी की हत्या की कोशिश के मामले में न्यूयॉर्क की एक अदालत ने कड़ा फैसला सुनाया है। अदालत ने इस हमले के दोषी हादी मटर को 25 साल की कठोर सजा सुनाई है। हादी मटर न्यू जर्सी का निवासी है और उस पर पहले ही दोष सिद्ध हो चुका था।
यह चौंकाने वाली घटना अगस्त 2022 में उस समय घटी थी जब सलमान रुश्दी न्यूयॉर्क के चौटाउक्वा इंस्टीट्यूशन में एक कार्यक्रम में भाग लेने पहुंचे थे। जैसे ही वे मंच की ओर बढ़े, हादी मटर ने उन पर अचानक चाकू से हमला कर दिया। इस हमले में रुश्दी को गंभीर चोटें आईं और उनकी एक आंख की रोशनी हमेशा के लिए चली गई।
सलमान रुश्दी का जन्म 1947 में मुंबई में हुआ था। वे बाद में ब्रिटेन चले गए और वहीं से अपने साहित्यिक करियर को आगे बढ़ाया। 1981 में प्रकाशित उनके उपन्यास मिडनाइट्स चिल्ड्रन को साहित्यिक दुनिया में जबरदस्त सराहना मिली और इसके लिए उन्हें प्रतिष्ठित बुकर पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
हालांकि, सलमान रुश्दी का लेखन हमेशा विवादों के घेरे में रहा है। विशेष रूप से 1988 में प्रकाशित उनका उपन्यास द सैटेनिक वर्सेज दुनियाभर में विवाद का कारण बना। इस पुस्तक पर धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँचाने का आरोप लगा, जिसके चलते ईरान ने इसे प्रतिबंधित कर दिया। उसी वर्ष, ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला रूहोल्लाह खुमैनी ने सलमान रुश्दी के खिलाफ़ एक फ़तवा जारी किया, जिसमें उनकी हत्या का आह्वान किया गया था।
इस फ़तवे के 33 साल बाद न्यूयॉर्क में हुए हमले को कई जानकार उसी कट्टरपंथी सोच की परिणति मानते हैं। हालांकि सलमान रुश्दी ने वर्षों तक जान का खतरा उठाकर भी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के लिए अपनी आवाज बुलंद रखी।
इस सजा के साथ ही अदालत ने एक स्पष्ट संदेश दिया है कि हिंसा और असहिष्णुता के लिए किसी भी सभ्य समाज में जगह नहीं होनी चाहिए।

