दौसा जिले के बांदीकुई क्षेत्र में बुधवार सुबह सरिस्का टाइगर रिजर्व से भटककर आए एक दो वर्षीय बाघ ने हमला कर दिया, जिसमें एक महिला समेत तीन लोग घायल हो गए।
मुख्य वन्यजीव संरक्षक पवन कुमार उपाध्याय ने जानकारी दी कि बाघ एसटी 2302 को पकड़ने और बेहोश करने के लिए विशेष टीमें तैनात की गई हैं। उन्होंने कहा, “यह पहली बार है जब यह बाघ रिजर्व से बाहर निकला है। इसके पहले यह अकबरपुर रेंज के आसपास घूम रहा था।”
महुखेड़ा पंचायत के सरपंच पुष्पेंद्र शर्मा ने बताया कि घायल व्यक्तियों की पहचान उमा महावर (47), विनोद मीना (45), और बाबूलाल मीना (48) के रूप में हुई है।
दौसा में वन विभाग के संरक्षक अजीत उचोई ने बताया कि प्रारंभिक उपचार के लिए तीनों को बांदीकुई अस्पताल ले जाया गया था। वहां से उनकी गंभीर स्थिति को देखते हुए उन्हें जयपुर के एसएमएस अस्पताल में रेफर कर दिया गया।
उचोई ने घटना की जानकारी देते हुए कहा, “महिला उमा महावर अपने खेत में काम कर रही थी, तभी बाघ ने उस पर हमला कर दिया। उनकी चीखें सुनकर विनोद और बाबूलाल उसे बचाने के लिए आए, लेकिन वे भी बाघ के हमले का शिकार हो गए।”
सरिस्का टाइगर रिजर्व की एक टीम बचाव अभियान में जुटी हुई है। टीम बाघ को पकड़ने और उसे सुरक्षित रूप से रिजर्व वापस लाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है।
घटना के बाद इलाके में दहशत का माहौल है, और वन विभाग ने ग्रामीणों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं।